भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान शिव ने शिशु गणेश के मानव सिर के स्थान पर हाथी का सिर लगाया, तो उनकी सूंड सही दिशा में थी
जिस गणेश जी की सूंड बाईं दिशा की ओर हो उस मूर्ति को भूलकर भी घर न लाएं। ऐसी मूर्ति को घर में स्थापित करने से अशुभ प्रभाव पड़ सकता है
गणेश चतुर्थी के दिन स्थापना के बाद इस बात का ध्यान रखें कि जब तक मूर्ति को विसर्जन या विसर्जन के लिए वहां से न उठाया जाए, तब तक सिंहासन को एक बार भी नहीं बदलना चाहिए।