शारदीय कन्या पूजन नवरात्रि के महान पर्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें नौ या अन्य संख्या में कन्याएँ (जो बच्चियाँ होती हैं) पूजी जाती हैं।
कंजक का अर्थ क्या है
कंजक पूजन में “कंजक” का अर्थ है एक प्रकार की पूजा जो नवरात्रि के दौरान की जाती है। इस पूजा में नौ या एक संख्या में कन्याएँ (छोटी लड़कियाँ) पूजी जाती हैं।
कंजक पूजा 2023 तिथि
ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन (कंजक) के बिना, नवरात्रि अनुष्ठान अधूरा माना जाता है।
कन्याओं को बैठाएं
कन्याओं को एक साथ बैठाएं। कन्याओं को एक पंक्ति में बैठाना सबसे अच्छा है।
कन्याओं को प्रसाद दें
कन्याओं को आम, केला, मिठाई, फल आदि प्रसाद दें।
बालक को भैरव का रूप माना जाता है
भैरव को देवी दुर्गा का रक्षक माना जाता है। इसलिए, कन्या पूजन में बालक को बैठाने से देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और पूजन सफल होती है।