मकर संक्रांति में दही चूड़ा क्यों खाया जाता है
मकर संक्रांति के दिन क्या क्या खाया जाता है
मकर संक्रांति के दिन, इनमें दही चूड़ा, तिल के लड्डू, गुड़, और खिचड़ी शामिल हैं।
दही-चूड़ा का पौष्टिक महत्व
दही-चूड़ा एक पौष्टिक भोजन है। दही में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और अन्य पोषक तत्व होते हैं
दही-चूड़ा का स्वादिष्ट महत्व
दही-चूड़ा एक स्वादिष्ट व्यंजन है। यह खाने में मीठा और ठंडा होता है, जो सर्दियों के मौसम में काफी अच्छा लगता है।
दही-चूड़ा का शुभ महत्व
ऐसा माना जाता है कि दही-चूड़ा खाने से सुख-सौभाग्य और समृद्धि प्राप्त होती है।
दही-चूड़ा का धार्मिक महत्व
इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है। दही-चूड़ा को एक शुभ भोजन माना जाता है
दही-चूड़ा का सामाजिक महत्व
मकर संक्रांति एक सामाजिक उत्सव भी है। इस दिन लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं और दही-चूड़ा बांटते हैं।
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