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Ram Mandir Ayodhya Opening Date 2024: राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को ही क्यों हो रहा?

Ram Mandir Ayodhya Opening Date 2024: राम मंदिर अयोध्या का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को किया जाएगा. इस दिन के चुनाव के पीछे धार्मिक और ज्योतिषीय दोनों कारण हैं. इस दिन कर्म द्वादशी, अभिजीत मुहूर्त, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग एक साथ होंगे. साथ ही, यह दिन मकर संक्रांति और उत्तरायण का भी दिन है.

Ram Mandir Ayodhya Opening Date 2024:

अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) का निर्माण एक लंबे समय से चल रहा था. 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में फैसला दिया था. इसके बाद राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण कार्य तेजी से शुरू हुआ और अब मंदिर बनकर तैयार है. राम मंदिर का उद्घाटन (Inauguration Of Ram Mandir) 22 जनवरी 2024 को किया जाएगा. इस दिन के चुनाव के पीछे धार्मिक और ज्योतिषीय दोनों कारण हैं.

2024 में आने वाले व्रत और त्योहार

राम मंदिर अयोध्या उद्घाटन तिथि 2024 स्थान (Ram Mandir Ayodhya Opening Date 2024 Place)

अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) का भव्य उद्घाटन भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या में 22 जनवरी, 2024 को होगा। यह ऐतिहासिक क्षण दुनिया भर के लाखों हिंदू भक्तों द्वारा लंबे समय से प्रतीक्षित रहा है और एक लंबी और ऐतिहासिक यात्रा का समापन है।

इसलिए, उद्घाटन समारोह का स्थान अयोध्या, भव्य श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र परिसर के भीतर होगा। उत्सव और समारोह नए स्वरूप में निर्मित राम मंदिर के चारों ओर केंद्रित होंगे।

राम मंदिर अयोध्या उद्घाटन शुभ मुहूर्त (Ram Mandir Ayodhya Opening Shubh Muhurat)

राम मंदिर अयोध्या (Ayodhya Mandir) के उद्घाटन के लिए शुभ मुहूर्त 22 जनवरी, 2024 को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक है। यह अवधि केवल 84 सेकंड की है, और इस दौरान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को क्यों हो रहा? (Why is Ram Mandir being inaugurated on 22 January?)

राम मंदिर अयोध्या का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को धूमधाम से होने वाला है! ये तारीख धार्मिक और ज्योतिषीय दोनों रूप से बेहद शुभ मानी जा रही है। आइए जाने इन कारणों को:–

धार्मिक कारणों से 22 जनवरी का महत्व

  • पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी: हिंदू धर्म में, पौष मास को भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। भगवान राम विष्णु के अवतार हैं, इसलिए इस दिन को राम मंदिर के उद्घाटन के लिए बेहद शुभ माना गया है। इस दिन को “कर्म द्वादशी” भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है “कर्म का दिन”। इस दिन को शुभ कार्यों को करने के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
  • मकर संक्रांति और उत्तरायण: मकर संक्रांति को हिंदू धर्म में नए साल का आगमन माना जाता है। यह दिन हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। उत्तरायण को शुभ और मंगलकारी माना जाता है। इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है। उत्तरायण के दौरान सूर्य की किरणें अधिक सीधी होती हैं, जिससे पृथ्वी पर अधिक उष्मा और प्रकाश प्राप्त होता है।
  • अभिजीत मुहूर्त, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग: हिंदू धर्म में, अभिजीत मुहूर्त को किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है। अभिजीत मुहूर्त दिन के मध्य में होता है। सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी शुभ योग माने जाते हैं। इन योगों में कोई भी शुभ कार्य करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के कार्यों में सफलता मिलती है।

ज्योतिषीय कारणों से 22 जनवरी का महत्व

  • चंद्रमा मृगशिरा नक्षत्र में और सूर्य उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में: हिंदू धर्म में, चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। मृगशिरा नक्षत्र को शुभ और मंगलकारी माना जाता है। सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र को भी शुभ और मंगलकारी माना जाता है। चंद्रमा और सूर्य के इन नक्षत्रों में होने को भी राम मंदिर के उद्घाटन के लिए शुभ माना गया है।
  • रवि योग: रवि योग को सूर्य का सर्वोच्च योग माना जाता है। इस योग में सूर्य की शक्ति अधिक होती है। इसलिए, रवि योग को भी राम मंदिर के उद्घाटन के लिए शुभ माना गया है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम (Ramlala Pran Pratishtha Program)

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा विधि 16 से 22 जनवरी, 2024 तक चलेगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और समारोह शामिल होंगे।

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की प्रमुख तिथियां और कार्यक्रम इस प्रकार हैं:

  • दिनांक 16 जनवरी 2024: प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरुआत प्रायश्चित्त और कर्मकुटि पूजन से होगी।
  • दिनांक 17 जनवरी 2024: गर्भगृह में स्तंभों का पूजन और शोधन किया जाएगा।
  • दिनांक 18 जनवरी 2024: गर्भगृह में मूर्तियों को स्थापित करने के लिए भूमि का पूजन किया जाएगा।
  • दिनांक 19 जनवरी 2024: मूर्तियों को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।
  • दिनांक 20 जनवरी 2024: मूर्तियों का अभिषेक और पूजन किया जाएगा।
  • दिनांक 21 जनवरी 2024: रामायण पाठ और हवन किया जाएगा।
  • दिनांक 22 जनवरी 2024: प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समापन होगा।

प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान (Pran Pratishtha Anushthan)

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान निम्नलिखित अनुष्ठान किए जाएंगे:

  • शांति पाठ: प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरुआत शांति पाठ से होगी। इस पाठ में भगवान विष्णु से मंदिर में शांति और समृद्धि की कामना की जाती है।
  • पूजन: प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान गर्भगृह, मूर्तियों और अन्य धार्मिक वस्तुओं का विधिवत पूजन किया जाएगा।
  • अभिषेक: प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान मूर्तियों का अभिषेक किया जाएगा। इस अभिषेक में दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल का उपयोग किया जाता है।
  • हवन: प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान हवन किया जाएगा। इस हवन में भगवान विष्णु और अन्य देवताओं की पूजा की जाती है।

रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के महत्व (Importance of Ramlala Pran Pratishtha):

प्राण प्रतिष्ठा एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है। इस अनुष्ठान के माध्यम से मूर्तियों में प्राण प्रतिष्ठित किए जाते हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्तियां जीवित हो जाती हैं और भक्तों की पूजा-अर्चना स्वीकार करने में सक्षम हो जाती हैं।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम एक ऐतिहासिक अवसर है। यह कार्यक्रम लाखों हिंदू भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन होगा।

अयोध्या राम मंदिर दर्शन और आरती का समय (Ayodhya Ram Mandir Darshan And Aarti Timings)

राम मंदिर अयोध्या के उद्घाटन के साथ ही जनता के मन में दर्शन और आरती के समय को लेकर उत्सुकता बढ़नी स्वाभाविक है. यहाँ विस्तृत जानकारी दी जा रही है:

दर्शन के समय (Time of Darshan):

  • मंदिर दर्शन के लिए खुलने का समय अभी तक आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है. हालांकि, सूत्रों के अनुसार, मंदिर सुबह 7:00 बजे से 11:30 बजे के बीच और दोपहर 2:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक दर्शन के लिए खुला रह सकता है.
  • कुछ खबरों के मुताबिक, दर्शन के लिए टिकट प्रणाली लागू की जा सकती है. इसलिए, दर्शन से पहले टिकट बुक करना जरूरी हो सकता है.

आरती के समय (Aarti Timing):

  • श्री रामलाला की तीन आरती होती है: श्रृंगार आरती, भोग आरती और संध्या आरती.
  • श्रृंगार आरती सुबह 6:30 बजे होती है.
  • भोग आरती दोपहर 12:00 बजे होती है.
  • संध्या आरती शाम 7:30 बजे होती है.
  • इन सभी आरतियों के लिए पास की व्यवस्था है और पास निःशुल्क हैं. हालांकि, 30 लोगों की एक सीमा हो सकती है, इसलिए अग्रिम बुकिंग आवश्यक हो सकती है.

महत्वपूर्ण सूचना:

  • मंदिर परिसर में प्रवेश से पहले सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और प्रसाद को कहीं सुरक्षित रखना होगा.
  • मंदिर में कोई ड्रेस कोड नहीं है, लेकिन शालीन वस्त्र पहनने की सलाह दी जाती है.
  • श्रद्धालुओं को शांति बनाए रखने और मंदिर के नियमों का पालन करने का अनुरोध किया जाता है.

आरती पास कैसे बुक करें? (How To Book For Your Aarti Passes?)

  1. वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट (online.srjbtkshetra.org/) पर जाएं.
  2. लॉग इन करें: यहां मोबाइल नंबर दर्ज करें और भेजे गए ओटीपी का उपयोग करके लॉग इन करें.
  3. आरती अनुभाग चुनें: होमपेज पर, “आरती” अनुभाग को चुनें.
  4. आरती का विकल्प: अपनी पसंद की आरती की तिथि और प्रकार का चयन करें.
  5. पास्टर भरें: अब विवरण भरें जैसे भक्त का नाम, पता, फोटो और मोबाइल नंबर.
  6. पास उठाएं: मंदिर दर्शन के दौरान, ‘आरती’ समारोह में जाने से पहले काउंटर से अपना पास लेना न भूलें.

Ayodhya Ram Mandir Features (अयोध्या राम मंदिर की विशेषताएं)

राम मंदिर अपनी भव्यता और वास्तुशास्त्रीय उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध होगा। आइए इसके कुछ प्रमुख आकर्षणों पर नज़र डालते हैं:

  • वास्तुशैली: 

मंदिर को पारंपरिक नागर शैली की गुर्जर-चालुक्य शैली में डिजाइन किया गया है। इसमें गोल शिखर, जटिल नक्काशीदार खंभे और सुंदर आकृतियां शामिल हैं।

  • आकार और ऊंचाई: 

मंदिर 250 फीट चौड़ा, 380 फीट लंबा और 161 फीट ऊंचा होगा। एक बार पूरा होने पर, यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा।

  • कॉलम: 

इमारत में कुल 392 कॉलम होंगे। प्रत्येक स्तंभ में 16 मूर्तियां होंगी, जिसमें शिव के अवतार, 10 दशावतार, 64 चौसठ योगिनियाँ और देवी सरस्वती के 12 अवतार शामिल होंगे।

  • गर्भगृह: 

विष्णु को समर्पित मंदिरों के डिज़ाइन के अनुसार, गर्भगृह अष्टकोणीय होगा। यहीं पर श्री रामलाला की मूर्ति विराजमान होगी।

  • मंडप: 

मंदिर परिसर में पांच मंडप होंगे: नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप। ये मंडप धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए उपयोग किए जाएंगे।

  • परिसर का विकास: 

मंदिर 10 एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा, और 57 एकड़ भूमि को एक प्रार्थना कक्ष, एक व्याख्यान कक्ष, एक शैक्षिक सुविधा और एक संग्रहालय और एक कैफेटेरिया सहित अन्य सुविधाओं के साथ एक परिसर में विकसित किया जाएगा।

  • पर्यावरण अनुकूलता: 

मंदिर भूकंपरोधी होगा और सौर ऊर्जा सहित अक्षय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करेगा। इसके अलावा, जल संचयन और अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों को भी शामिल किया जाएगा।

  • दर्शकों की क्षमता: 

मंदिर समिति के अनुसार, 70,000 से अधिक लोग इस स्थल का दौरा कर सकेंगे।

राम मंदिर अयोध्या उद्घाटन तिथि 2024 अतिथि सूची (Ram Mandir Ayodhya Opening Date 2024 Guest List)

22 जनवरी, 2024 को अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए अभी तक आधिकारिक अतिथि सूची जारी नहीं की गई है, लेकिन विभिन्न रिपोर्टों और अटकलों के आधार पर कई नाम शामिल होने की उम्मीद है। आइए हम जानते हैं कि हम क्या जानते हैं:

उच्च प्रोफ़ाइल वाले मेहमान:

  • सरकारी अधिकारी: भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य प्रमुख सरकारी अधिकारी शामिल होने की संभावना है।
  • धार्मिक नेता: विभिन्न हिंदू संप्रदायों और अन्य धर्मों के आध्यात्मिक नेता आमंत्रित किए जा सकते हैं।
  • उद्योगपति और परोपकारी: राम मंदिर निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले या अयोध्या क्षेत्र में विशेष महत्व रखने वाले व्यक्ति सूची में हो सकते हैं।

अन्य संभावित आमंत्रित:

  • बॉलीवुड हस्तियां: अपनी आध्यात्मिक कनेक्टिविटी या अयोध्या से जुड़ाव के लिए जानी जाने वाली कई अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को आमंत्रित किया जा सकता है।
  • खेल के व्यक्तित्व: प्रमुख एथलीट और खेल के आंकड़े शामिल किए जा सकते हैं, खासकर वे जिनके पास हिंदू मान्यताएं या अयोध्या कनेक्शन हैं।
  • विदेशी गणमान्य व्यक्ति: विभिन्न देशों के महत्वपूर्ण प्रतिनिधि, विशेष रूप से वे जिनके पास मजबूत भारतीय सांस्कृतिक संबंध हैं, को आमंत्रित किया जा सकता है।

निष्कर्ष:

22 जनवरी 2024 को राम मंदिर का उद्घाटन (Ram Mandir Ayodhya Opening Date 2024) एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण घटना है. यह भारत के हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होगा. इस दिन मंदिर के उद्घाटन से भारत में एक नई चेतना का संचार होगा और सभी धर्मों के लोगों के बीच एकता और भाईचारा बढ़ेगा.

Ram Mandir Ayodhya Opening Date 2024: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा क्या है?

उत्तर: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है। इस अनुष्ठान के माध्यम से मूर्तियों में प्राण प्रतिष्ठित किए जाते हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्तियां जीवित हो जाती हैं और भक्तों की पूजा-अर्चना स्वीकार करने में सक्षम हो जाती हैं।

प्राण प्रतिष्ठा का मतलब होता है “जीवन का प्रतिष्ठान”। इस अनुष्ठान के माध्यम से मूर्तियों में भगवान का प्राण-शक्ति का संचार किया जाता है।

प्रश्न: प्राण प्रतिष्ठा का महत्व क्या है?

उत्तर: प्राण प्रतिष्ठा का महत्व बहुत अधिक है। यह मूर्तियों को एक विशेष आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद, मूर्तियों को भगवान का वास माना जाता है और भक्तों को उनके सामने पूजा करने में सक्षम होते हैं।

प्रश्न: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कब होगी?

उत्तर: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक होगी। यह अवधि केवल 84 सेकंड की है, और इस दौरान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

प्रश्न: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कौन करेगा?

उत्तर: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास करेंगे।

प्रश्न: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन कब होगा?

उत्तर: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी, 2024 को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक होगा। यह अवधि केवल 84 सेकंड की है, और इस दौरान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

प्रश्न: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन कौन करेगा?

उत्तर: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

प्रश्न: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन समारोह कैसे होगा?

उत्तर: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन समारोह एक भव्य कार्यक्रम होगा। इस समारोह में भारत के सभी प्रमुख राजनीतिक और धार्मिक नेता शामिल होंगे। इसके अलावा, लाखों हिंदू भक्त भी इस समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या आएंगे।

प्रश्न: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन समारोह का क्या महत्व है?

उत्तर: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन समारोह एक ऐतिहासिक घटना होगी। यह समारोह लाखों हिंदू भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन होगा। इसके अलावा, यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक घटना भी होगी।

प्रश्न: राम मंदिर कितने मंजिल का है?

उत्तर: राम मंदिर तीन मंजिल का है।

प्रश्न: अयोध्या का असली नाम क्या है?

उत्तर: अयोध्या का असली नाम साकेत है।

प्रश्न: राम मंदिर में कितने गेट हैं?

उत्तर: राम मंदिर में 12 गेट हैं।

प्रश्न: राम मंदिर का ताला कितने किलो का है?

उत्तर: राम मंदिर का ताला 100 किलो का है।

प्रश्न: राम मंदिर का मालिक कौन है?

उत्तर: राम मंदिर का मालिक श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट है।

प्रश्न: राम मंदिर के निर्माता कौन हैं?

उत्तर: राम मंदिर के निर्माता चंद्रकांत सोमपुरा हैं।

प्रश्न: अयोध्या में राम की मूर्ति कितनी बड़ी है?

उत्तर: अयोध्या में राम की मूर्ति 18 फीट ऊंची और 12 फीट चौड़ी है।

प्रश्न: राम मंदिर कितना बीघा में बन रहा है?

उत्तर: राम मंदिर 22 एकड़ में बन रहा है।

प्रश्न: क्या राम वास्तव में अयोध्या में पैदा हुए थे?

उत्तर: रामायण के अनुसार, राम का जन्म अयोध्या में हुआ था।

प्रश्न: अभी अयोध्या का राजा कौन है?

उत्तर: भारत एक गणराज्य है, इसलिए अयोध्या का कोई राजा नहीं है।

प्रश्न: राम मंदिर की जगह पहले क्या था?

उत्तर: राम मंदिर की जगह पहले एक मस्जिद थी। बाबर ने 16वीं शताब्दी में इस मस्जिद का निर्माण किया था।

प्रश्न: राम मंदिर क्यों गिराया गया?

उत्तर: राम मंदिर क्यों गिराया गया, इस बारे में कई मत हैं। कुछ लोगों का मानना है कि बाबर ने राम मंदिर को धार्मिक कारणों से गिराया था, जबकि अन्य का मानना है कि उसने इसे राजनीतिक कारणों से गिराया था।

प्रश्न: राम मंदिर की खुदाई में क्या क्या मिला है?

उत्तर: राम मंदिर की खुदाई में कई महत्वपूर्ण अवशेष मिले हैं। इन अवशेषों में राम मंदिर के खंडहर, हिंदू मंदिरों के अवशेष और प्राचीन सिक्के शामिल हैं।

प्रश्न: राम मंदिर का फैसला सुनाने वाले जज का नाम क्या है?

उत्तर: राम मंदिर का फैसला सुनाने वाले जज का नाम डी.वाई. चंद्रचूड़ थे।

प्रश्न: राम मंदिर के निर्माण में कितना खर्च हुआ?

उत्तर: राम मंदिर के निर्माण में कुल 1,200 करोड़ रुपये का खर्च हुआ है। यह राशि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जुटाई गई थी।

प्रश्न: राम मंदिर का निर्माण किसने किया?

उत्तर: राम मंदिर का निर्माण L&T कंपनी ने किया है। यह कंपनी भारत की सबसे बड़ी निर्माण कंपनियों में से एक है।

प्रश्न: राम मंदिर का निर्माण कब शुरू हुआ?

उत्तर: राम मंदिर का निर्माण 5 अगस्त, 2020 को शुरू हुआ था।

प्रश्न: राम मंदिर का निर्माण कब पूरा होगा?

उत्तर: राम मंदिर का निर्माण 22 जनवरी, 2024 को पूरा हो जाएगा।

प्रश्न: राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में कितने लोग शामिल होंगे?

उत्तर: राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में लाखों हिंदू भक्त शामिल होने की उम्मीद है।

प्रश्न: राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में क्या-क्या कार्यक्रम होंगे?

उत्तर: राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और समारोह होंगे। इसके अलावा, भारत के सभी प्रमुख राजनीतिक और धार्मिक नेता भी इस समारोह में शामिल होंगे।

प्रश्न: राम मंदिर का उद्घाटन समारोह भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: राम मंदिर का उद्घाटन समारोह भारत के लिए एक ऐतिहासिक घटना होगी। यह समारोह लाखों हिंदू भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन होगा। इसके अलावा, यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक घटना भी होगी।

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