Republic Day Flag: भारत का झंडा कितनी बार बदला गया है?
Republic Day Flag: भारत का झंडा देश की स्वतंत्रता और एकता का प्रतीक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का झंडा कितनी बार बदला गया है? इस लेख में, हम भारत के झंडे के इतिहास और प्रतीकवाद पर चर्चा करेंगे।
Republic Day Flag:
भारत का झंडा (Indian Flag) देश की स्वतंत्रता और एकता का प्रतीक है। यह भारत के लोगों के लिए सम्मान और गर्व का प्रतीक भी है। वर्तमान भारतीय झंडा “तिरंगा” (Tiranga) है, और इसमें तीन समान चौड़ाई की क्षैतिज पट्टियाँ हैं: सबसे ऊपर केसरिया रंग, बीच में सफेद रंग, और सबसे नीचे हरा रंग।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का झंडा कितनी बार बदला गया है?
गणतंत्र दिवस के लिए 26 जनवरी की तारीख ही क्यों चुनी गई?
भारत के झंडे का इतिहास (History Of Indian Flag)
भारत का झंडा 6 बार बदला गया है। पहला झंडा 1906 में अस्तित्व में आया था, और अंतिम बार 1947 में बदला गया था। तो चलिए भारत के झंडे का इतिहास पर और चर्चा करते हैं:
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पहला झंडा (1906) The First Indian Flag (1906)
भारत का पहला झंडा 1906 में बंगाल के युवा भारतीय राष्ट्रवादियों द्वारा बनाया गया था। इस झंडे को बंगाल के स्वदेशी आंदोलन के नेता सुरेन्द्रनाथ बनर्जी ने डिजाइन किया था। इस झंडे में लाल और हरे रंग का उपयोग किया गया था, जो भारत के दो प्रमुख धर्मों, हिंदू धर्म और इस्लाम का प्रतिनिधित्व करते थे। नारंगी रंग का चक्र, जो सूर्य का प्रतीक है, भारत की उज्ज्वल भविष्य की आशा का प्रतीक था।
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दूसरा झंडा (1907) The Second Indian Flag (1907)
1907 में, पहले झंडे में एक सफेद पट्टी और चरखा जोड़ा गया। सफेद पट्टी शांति और एकता का प्रतीक थी, जबकि चरखा भारत की आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक था।
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तीसरा झंडा (1917) The Third Indian Flag (1917)
1917 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एक नए झंडे को अपनाया। इस झंडे में लाल, नारंगी, पीले और हरे रंग का उपयोग किया गया था, जो भारत के चार प्रमुख धर्मों, हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख धर्म और बौद्ध धर्म का प्रतिनिधित्व करते थे। सफेद पट्टी शांति और एकता का प्रतीक थी, जबकि चरखा भारत की आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक था।
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चौथा झंडा (1921) The Fourth Indian Flag (1921)
1921 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने फिर से एक नए झंडे को अपनाया। इस झंडे में लाल, नारंगी और हरे रंग का उपयोग किया गया था, जो भारत के तीन प्रमुख धर्मों, हिंदू धर्म, इस्लाम और सिख धर्म का प्रतिनिधित्व करते थे। सफेद पट्टी शांति और एकता का प्रतीक थी, जबकि चरखा भारत की आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक था।
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पांचवा झंडा (1931) The Fifth Indian Flag (1931)
1931 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एक और नए झंडे को अपनाया। इस झंडे में लाल, नारंगी और हरे रंग का उपयोग किया गया था, जो भारत के तीन प्रमुख धर्मों, हिंदू धर्म, इस्लाम और सिख धर्म का प्रतिनिधित्व करते थे। सफेद पट्टी शांति और एकता का प्रतीक थी, जबकि चरखा भारत की आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक था।
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वर्तमान झंडा (1947) Current Indian Flag (1947)
1947 में, भारत ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हो गया। इस अवसर पर, भारत की संविधान सभा ने वर्तमान भारतीय झंडे को अपनाया। यह झंडा तिरंगा है, और इसमें तीन समान चौड़ाई की क्षैतिज पट्टियाँ हैं: सबसे ऊपर केसरिया रंग, बीच में सफेद रंग, और सबसे नीचे हरा रंग। सफेद पट्टी के बीच में अशोक चक्र है।
वर्तमान भारतीय झंडे को पिंगली वेंकैया ने डिजाइन किया था। वे एक आंध्र प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने इस झंडे को भारत की एकता और स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में डिजाइन किया था।
भारत के झंडे के रंगों का अर्थ (Meaning Of Flag Of India Colours)
भारत के झंडे के रंगों का अर्थ इस प्रकार है:
- केसरिया रंग: साहस, बलिदान और राष्ट्रवाद का प्रतीक है।
- सफेद रंग: शांति, सत्य और एकता का प्रतीक है।
- हरा रंग: समृद्धि, उर्वरता और विकास का प्रतीक है।
भारतीय झंडे के साथ कई नियम और विनियम जुड़े हुए हैं। उदाहरण के लिए, झंडे को कभी भी उल्टा नहीं लहराया जाना चाहिए, और इसे कभी भी जमीन पर नहीं रखा जाना चाहिए। भारत के नागरिकों के लिए झंडे का सम्मान करना आवश्यक है।
भारतीय झंडा भारत के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह स्वतंत्रता, एकता और राष्ट्रवाद का प्रतीक है। यह भारत के नागरिकों के लिए सम्मान और गर्व का प्रतीक भी है।
भारतीय झंडे के नियम और विनियम (Indian Flag Rules And Regulations)
भारतीय झंडा भारत का राष्ट्रीय ध्वज है। यह भारत के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। भारतीय झंडे का सम्मान करना भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है।
भारतीय झंडे के साथ कई नियम और विनियम जुड़े हुए हैं। इन नियमों और विनियमों का पालन करना आवश्यक है ताकि भारतीय झंडे का सम्मान किया जा सके।
भारतीय झंडे के नियमों और विनियमों में शामिल हैं:
- झंडा हमेशा साफ और अच्छी तरह से बनाए रखा जाना चाहिए।
- झंडे को कभी भी उल्टा नहीं लहराया जाना चाहिए।
- झंडे को कभी भी जमीन पर नहीं रखा जाना चाहिए।
- झंडे को कभी भी किसी भी प्रकार की वस्तु से ढका नहीं जाना चाहिए।
- झंडे को कभी भी किसी भी प्रकार के विज्ञापन के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
- झंडे को कभी भी किसी भी व्यक्ति या वस्तु का अपमान करने के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
भारतीय झंडे को फहराने के नियम (Rules For Hoisting The Indian Flag):
- झंडे को हमेशा सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच फहराया जाना चाहिए।
- झंडे को हमेशा एक पोल या खम्भे पर फहराया जाना चाहिए।
- झंडे को हमेशा एक उचित तरीके से फहराया जाना चाहिए।
भारतीय झंडे को उतारने के नियम (Rules For Taking Down The Indian Flag):
- झंडे को हमेशा सूर्यास्त के बाद उतारा जाना चाहिए।
- झंडे को हमेशा एक उचित तरीके से उतारा जाना चाहिए।
भारतीय झंडे को सम्मान देने के तरीके (Ways To Respect The Indian Flag):
- जब भी आप भारतीय झंडे को देखें, तो उसे सम्मान दें।
- जब भी आप भारतीय झंडे को फहराते देखें, तो खड़े हो जाएं और उसे सलामी दें।
भारतीय झंडे का सम्मान (Indian Flag Respect) करना भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। हम सभी को भारतीय झंडे के नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिए ताकि भारतीय झंडे का सम्मान किया जा सके।
निष्कर्ष:
आज, भारत का झंडा देश की स्वतंत्रता और एकता का प्रतीक है। यह भारत के लोगों के लिए सम्मान और गर्व का प्रतीक भी है।
भारत का झंडा 6 बार बदला गया है। इसका पहला संस्करण 1906 में बनाया गया था, और वर्तमान संस्करण 1947 में अपनाया गया था।
Republic Day Flag : अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्र: राष्ट्रीय ध्वज कितनी बार बदला गया?
उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय ध्वज 2 बार बदला गया है।
प्रश्र: भारत के कितने झंडे हैं?
उत्तर: भारत के इतिहास में कई झंडे रहे हैं। इनमें से कुछ प्रमुख झंडे हैं: 1857 का झंडा, 1906 का झंडा, 1917 का झंडा, 1947 का झंडा।
प्रश्र: भारत के इतिहास का सबसे पहला झंडा कौन सा है?
उत्तर: भारत के इतिहास का सबसे पहला झंडा 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रयोग किया गया था। इस झंडे में केसरिया, हरा और सफेद रंग थे।
प्रश्र: वर्तमान राष्ट्रीय झंडा कब अपनाया गया?
उत्तर: वर्तमान राष्ट्रीय झंडा 22 जुलाई, 1947 को भारत की संविधान सभा ने अपनाया था।
प्रश्र: तिरंगा किसने बनाया था?
उत्तर: तिरंगे को पिंगली वैंकैया ने डिजाइन किया था।
प्रश्र: भारतीय ध्वज का आविष्कार किसने किया था?
उत्तर: भारतीय ध्वज का आविष्कार पिंगली वैंकैया ने किया था।
प्रश्र: तिरंगा को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
उत्तर: तिरंगे को अंग्रेजी में “तिरंगा” (Tricolor) कहते हैं।
प्रश्र: तिरंगे में 5 रंग कौन कौन से होते हैं?
उत्तर: तिरंगे में 3 रंग होते हैं: केसरिया, हरा और सफेद।
प्रश्र: झंडे की लंबाई कितनी होती है?
उत्तर: झंडे की लंबाई उसकी चौड़ाई की दुगुनी होती है।
प्रश्र: तिरंगा झंडा कहाँ बनता है?
उत्तर: तिरंगा झंडा भारत के राष्ट्रीय ध्वज फैक्ट्री में बनता है। यह फैक्ट्री नई दिल्ली में स्थित है।
प्रश्र: 26 जनवरी को झंडा फहराने का सही समय क्या है?
उत्तर: 26 जनवरी को झंडा फहराने का सही समय सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच होता है।
प्रश्र: चक्र किसका प्रतीक है?
उत्तर: चक्र शांति और सत्य का प्रतीक है।
प्रश्र: अशोक चक्र में 24 रेखाएं क्यों होती हैं?
उत्तर: अशोक चक्र में 24 रेखाएं हैं क्योंकि यह 24 घंटों का प्रतीक है।
प्रश्र: ध्वज के 3 रंगों का क्या अर्थ है?
उत्तर: ध्वज के 3 रंगों का अर्थ निम्नलिखित है:
- केसरिया: साहस और बलिदान
- हरा: शांति और समृद्धि
- सफेद: सत्य और एकता
प्रश्र: हिंदी में झंडे को क्या कहते हैं?
उत्तर: हिंदी में झंडे को “ध्वज” कहते हैं।
प्रश्र: राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने पर कौन सी धारा लगती है?
उत्तर: राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 2(x) के तहत दंडित किया जाता है। इस धारा के तहत 3 साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है।
प्रश्र: तिरंगा पहली बार कब फहराया गया था?
उत्तर: तिरंगा पहली बार 23 जुलाई, 1947 को दिल्ली के लाल किले पर फहराया गया था।
प्रश्र: गणतंत्र दिवस 2024 की थीम क्या है?
उत्तर: गणतंत्र दिवस 2024 की थीम “एकीकृत भारत, समृद्ध भारत” है।
प्रश्र: पहली बार भारत का राष्ट्रीय ध्वज कब और कहां फहराया गया?
उत्तर: पहली बार भारत का राष्ट्रीय ध्वज 23 जुलाई, 1947 को दिल्ली के लाल किले पर फहराया गया था। इसे पिंगली वैंकैया ने डिजाइन किया था।
प्रश्र: 1906 में पहला भारतीय झंडा किसने फहराया था?
उत्तर: 1906 में पहला भारतीय झंडा लाला हरदयाल ने फहराया था। यह झंडा केसरिया, हरा और सफेद रंगों का था। इसमें चरखा भी था।
प्रश्र: 1917 का भारतीय ध्वज किसने डिजाइन किया था?
उत्तर: 1917 का भारतीय ध्वज पिंगली वैंकैया ने डिजाइन किया था। यह झंडा 1906 के झंडे के समान था, लेकिन इसमें चरखे के स्थान पर अशोक चक्र था।
प्रश्र: प्रथम बार राष्ट्रीय ध्वज कब फहराया गया था?
उत्तर: प्रथम बार राष्ट्रीय ध्वज 23 जुलाई, 1947 को दिल्ली के लाल किले पर फहराया गया था। यह पिंगली वैंकैया द्वारा डिजाइन किया गया था।
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