Diwali 2023: दीपावली में दीपक कहां कहां और क्यों जलाना चाहिए?
Diwali 2023: दीपावली में दीपक कहां कहां और क्यों जलाना चाहिए? पढ़ें हमारे लेख में दीपावली के उत्सव को और दीपक जलाने की सही जगह, दीपक जलाने की विधि और महत्व जानें। दीपावली के उत्सव में सम्पूर्ण परिवार के लिए खुशहाली और समृद्धि की कामना करें।"
Diwali 2023
दिवाली या दीपावली (Diwali or Deepawali), जो हिन्दी कैलेंडर में कार्तिक मास के अमावस्या को मनाया जाता है, भारत में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है। यह उत्सव रोशनी, प्रेम, और खुशहाली की प्रतीकता के रूप में मनाया जाता है। दीपावली का अर्थ है “दीपों की पंक्ति” जो संस्कृत शब्द “दीप” से आया है, जिससे सुझावित होता है कि इस उत्सव में दीपकों को जलाकर घर को प्रकाशित किया जाता है।
दीपावली का महत्व वेद, पुराण, और धार्मिक ग्रंथों में विस्तार से वर्णित है। इसे विशेष रूप से देवी लक्ष्मी, गणेश, और कार्तिकेय की पूजा के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें समृद्धि, धन, और सफलता की देवियों के रूप में माना जाता है।
दीपावली में दीपक जलाना घर के अंदर और बाहर, मंदिरों, और सामाजिक स्थलों में किया जाता है, जिससे जीवन को उज्ज्वलता, प्रकाश, और आनंद की ओर ले जाने की भावना को प्रकट किया जाता है। यह परंपरागत रूप से नहीं ही आत्मा की प्रकाशमयता की प्रतीकता है, बल्कि एक सामाजिक समृद्धि और एकता की भावना का भी प्रतीक है। इस उत्सव में दीपक कहां-कहां और क्यों जलाना चाहिए, इसे समझने से न केवल हम अपने धार्मिक अनुष्ठान का पालन करेंगे, बल्कि अपने जीवन को भी संजीवनी ऊर्जा से भर देंगे।
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दीपावली में दीपक कहां कहां जलाना चाहिए? (Where Should Diya Be Lit During Diwali?)
दीपावली में दीपक घर के अंदर और बाहर दोनों जगह जलाए जाते हैं। घर के अंदर दीपक मुख्य द्वार, आंगन, पूजा स्थल, रसोईघर, शयनकक्ष और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर जलाए जाते हैं। घर के बाहर दीपक मुख्य द्वार, गली के किनारे, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जलाए जाते हैं।
दीपावली में दीपक क्यों जलाना चाहिए? (Why Should Diya Be Lit During Diwali?)
दीपावली में दीपक जलाने के कई कारण हैं। सबसे पहले, दीपक को प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। प्रकाश अंधकार को दूर करता है और जीवन में खुशहाली लाता है। इसलिए, दीपावली में दीपक जलाकर लोगों को बुराई से दूर रहने और अच्छाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी जाती है।
दूसरा, दीपक को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। दीपक जलाने से घर में धन और समृद्धि आती है। इसलिए, दीपावली में दीपक जलाकर लोग अपने घरों में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
तीसरा, दीपक को भगवान की कृपा का प्रतीक माना जाता है। दीपक जलाकर लोग भगवान से आशीर्वाद मांगते हैं। इसलिए, दीपावली में दीपक जलाकर लोग भगवान से अपने जीवन में खुशहाली और सफलता की कामना करते हैं।
दीपावली में दीपक जलाने के कुछ खास स्थान और उनके महत्व (Some Special Places To Light Diya in Diwali and Their Importance)
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मुख्य द्वार (Main Door):
मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और बुरी शक्तियां दूर भागती हैं। दीपक जलाकर लोग यह संदेश देते हैं कि उनका घर भगवान की कृपा से सुरक्षित है।
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आंगन और बालकनी (Courtyard And Balcony):
आंगन में दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। दीपक जलाकर लोग अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करते हैं।
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मंदिर और पूजा स्थल (Temples and Places Of Worship):
मंदिर और पूजा स्थल पर दीपक जलाकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। दीपक जलाकर लोग भगवान को धन्यवाद देते हैं और अपने जीवन में खुशहाली और सफलता की कामना करते हैं।
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रसोईघर (Kitchen):
रसोईघर में दीपक जलाने से घर में अन्नपूर्णा देवी की कृपा बनी रहती है। दीपक जलाकर लोग अपने घर में भोजन की कमी नहीं होने की कामना करते हैं।
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शयनकक्ष (Bedroom):
शयनकक्ष में दीपक जलाने से दांपत्य जीवन में सुख और शांति बनी रहती है। दीपक जलाकर लोग अपने जीवन में प्रेम और समृद्धि की कामना करते हैं।
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घर के चारों कोनों में (Every Corners Of The House):
घर के चारों कोनों में दीपक जलाने से घर में चारों तरफ से प्रकाश फैलता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। दीपक जलाकर लोग अपने घर को बुरी शक्तियों से बचाते हैं।
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मंदिर में (Mandir):
मंदिर में दीपक जलाकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। दीपक जलाकर लोग भगवान से अपने जीवन में खुशहाली और सफलता की कामना करते हैं।
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व्यापारिक स्थलों में (In Trading Places):
व्यापार की स्थलों, दुकानों, ऑफिसों में भी दीपक जलाना उत्तम होता है। यह समृद्धि और व्यापार में वृद्धि की कामना को प्रकट करता है।
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शिक्षा संस्थानों में (In Educational Institutions):
विद्यालयों और कॉलेजों में भी दीपक जलाना उपयुक्त होता है। यह ज्ञान की प्रकाशमयी ऊर्जा को दर्शाता है और शिक्षा के महत्व को सामजिक दृष्टिकोन से बढ़ावा देता है।
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सार्वजनिक स्थानों पर (In Public Places):
सार्वजनिक स्थानों पर दीपक जलाकर लोगों को एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सद्भावना बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाता है। दीपक जलाकर लोग अपने समाज में शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।
दीपावली में दीपक जलाने की विधि (Method Of Lighting Lamps In Diwali)
दीपावली में दीपक जलाने की विधि निम्नलिखित अनुसार हो सकती है:
- साफ़ी सफाई: सबसे पहले साफ़ी सफाई बरतें। घर के आँगन, मंदिर, और अन्य स्थानों को ध्यानपूर्वक सजाएं और साफ करें।
- दीपक और तेल की तैयारी: दीपावली के लिए विशेष प्रकार के दीपक उपलब्ध होते हैं। आप गीले कागज़ का उपयोग करके भी दीपक तैयार कर सकते हैं। एक छोटी बोतल में तेल डालें और उसमें एक छोटी सी बत्ती लगा दें।
- पूजा स्थल पर रखना: दीपक को मुख्य पूजा स्थल पर रखें, जैसे कि मंदिर या पूजा कमरा। ध्यान दें कि दीपक का स्थान ऐसा हो, जिससे कोई आसानी से उसे देख सके और पूजा कर सके।
- दीपक जलाना: पूजा के समय, दीपक की बत्ती को आग से जलाएं। सावधानी से जलाने के बाद, दीपक को पूजा का हिस्सा मानते हुए देवता/देवी की प्रतिमा की ओर मुख करके रखें।
- मन्त्र जपना: दीपक जलाते समय आप मंत्र जप सकते हैं, जैसे “ॐ शुभं करोति कल्याणं, आरोग्यं धनसंपदा। शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते।” यह मंत्र दीपावली के अवसर पर उच्चारण किया जा सकता है।
- सजीव दीपक (मुख्य दीपक): अक्सर घर के मुख्य दरवाजे पर एक विशेष प्रकार का दीपक जलाया जाता है, जिसे सजीव दीपक कहा जाता है। इसे जलाने से घर को सुख, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
याद रखें, दीपावली में दीपक जलाते समय सतर्कता और सुरक्षा का ध्यान रखें, और सुरक्षितता के लिए कभी भी अवहेलना न करें।
दीपावली में दीपक जलाने से होने वाले लाभ (Benefits Of Lighting Lamps During Diwali)
दीपावली में दीपक जलाने से कई लाभ होते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- दीपक जलाने से घर में प्रकाश, सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है–
दीपक का प्रकाश घर के वातावरण को खुशनुमा बनाता है और लोगों के मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
- दीपक जलाने से बुरी शक्तियां दूर भागती हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है–
दीपक का प्रकाश बुरी शक्तियों को दूर रखता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
- दीपक जलाने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है–
दीपक को भगवान का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, दीपक जलाकर लोग भगवान से आशीर्वाद मांगते हैं।
- दीपक जलाने से घर में शांति और सद्भावना का वातावरण बना रहता है–
दीपक का प्रकाश घर के सदस्यों के बीच प्रेम और सद्भावना को बढ़ाता है।
- दीपक जलाने से घर में सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है–
दीपक का प्रकाश लोगों के मन में सकारात्मक विचार पैदा करता है।
- दीपक जलाने से घर में वातावरण शुद्ध होता है–
दीपक का प्रकाश वातावरण में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट कर देता है।
- दीपक जलाने से घर में संतुलन और शांति आती है–
दीपक जलाने से घर में संतुलन और शांति की भावना बनी रहती है। यह परिवार के बीच एकता और प्रेम की भावना को बढ़ावा देता है।
- दीपक जलाने से घर में आत्म-समर्पण को भावना आती है–
दीपावली में दीपक जलाना आत्म-समर्पण की ओर प्रवृत्त करता है। यह विश्वास को प्रकट करता है कि जीवन को उज्ज्वल और सफल बनाने के लिए व्यक्ति को अपने आत्मा का समर्पण करना चाहिए।
इस प्रकार, दीपावली में दीपक जलाने से कई लाभ होते हैं। इसलिए, दीपावली के पावन अवसर पर सभी को अपने घरों में और आसपास दीपक जलाना चाहिए। इससे हमारे जीवन में खुशहाली और सफलता आएगी।
निष्कर्ष:
दीपावली के उत्सव में दीपक जलाना केवल परंपरा नहीं है, बल्कि यह घर को खुशहाली, समृद्धि, और सामृद्धिकी की ओर अग्रसर करने का प्रतीक भी है। सही जगह पर सही तरीके से दीपक जलाने से घर में शांति और संजीवनी ऊर्जा का संचार होता है, जो आत्मा को प्रकाशमय और सफल जीवन की ओर अग्रसर करता है।
Diwali 2023: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्र: दीपावली पर दीपक कैसे जलाएं?
उत्तर: दीपावली पर दीपक जलाने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
- सबसे पहले, दीपक को अच्छी तरह से साफ कर लें।
- फिर, दीपक में तेल या घी डालें और उसमें बाती लगाएं।
- बाती को जलाकर दीपक को घर के अंदर और बाहर जलाएं।
- दीपक को जलाते समय भगवान का ध्यान करें और अपने मन में अच्छे विचार रखें।
प्रश्र: मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से क्या होता है?
उत्तर: मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और बुरी शक्तियां दूर भागती हैं। दीपक जलाकर लोग यह संदेश देते हैं कि उनका घर भगवान की कृपा से सुरक्षित है।
प्रश्र: दीपावली के दिन कौन से तेल का दीपक जलाना चाहिए?
उत्तर: दीपावली के दिन सरसों का तेल या घी का दीपक जलाना सबसे अच्छा माना जाता है। सरसों का तेल सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है, जबकि घी धन और समृद्धि का प्रतीक है।
प्रश्र: दीपावली पर कितने दीये जलाने चाहिए?
उत्तर: दीपावली पर दीपक की संख्या कोई निश्चित नहीं है। आप अपने मन से या अपनी सुविधानुसार दीपक जला सकते हैं। हालांकि, आमतौर पर लोग घर के अंदर और बाहर कम से कम 5-7 दीपक जलाते हैं। इसके अलावा लोग ११, २१, ५१ संख्या में भी दीपक जलाते हैं।
!!दीपावली के पावन अवसर पर सभी को शुभकामनाएं!!
ट्रेंडी नेल आर्ट आइडियाज