हमारे भारत देश में जहां बहुत से धर्म है वहीं हर धर्म के अपने रीति-रिवाज और परंपराएं भी हैं। अगर हम हर धर्म की शादी की बात करें तो उनके रीति-रिवाज, उनको निभाने का तरीका सब कुछ अलग होता है। अभी तक हमने आपको बंगाली शादी के रीती-रिवाज और गुजराती शादी के रीति-रिवाज और परंपराओं के बारे में बताया है। आज हम आपके लिए पंजाबी शादी में निभाए जाने वाले रीति-रिवाज और रस्मों के बारे में आर्टिकल लेकर आए हैं।
पंजाबी शादी का मतलब है फुल ऑन मस्ती!! यह तो शायद आप पंजाबी सोंग्स और पंजाबी कल्चर को देखकर समझ ही गए होंगे कि पंजाब के लोग अपने हर इवेंट को काफी धूमधाम से मनाते हैं, और यहाँ तो बात शादी की है तो इसका तो क्रेज़ ही अलग होता है। ऐसा नहीं है कि पंजाबी शादी में निभाए जाने वाली रस्में केवल फॉर्मेलिटी होती हैं,
बल्कि पंजाबी शादी में निभाई जाने वाली हर रस्म का एक खास महत्व होता है। यह महत्व दोनों परिवारों और होने वाले पति-पत्नी की जिंदगी में बहुत से नए पन्नों को खोलने में उनकी मदद करते हैं। तो चलिए बात करते हैं पंजाबी वेडिंग के रिवाज और परंपराओं के बारे में:
पंजाबी वेडिंग की खासियत है कि वह अपने हर रिवाज का मजा लेते हुए उसे अपनी यादों में संजोकर रखते हैं। पंजाबी वेडिंग के रीति-रिवाज में से कई रिवाज इस तरह के हैं जिसमें होने वाले दूल्हा और दुल्हन दोनों ही मौजूद होते हैं। जिससे कि वह दोनों और उन दोनों के परिवार धीरे-धीरे एक दूसरे के करीब आने और समझने की कोशिश करते हैं। पंजाबी वेडिंग की रस्में उनकी जिंदगी के लिए एक सीढी की तरह होती हैं जिनको निभाते- निभाते वह एक-एक स्टेप अपनी आने वाली जिंदगी की खुशहाली की तरफ बढ़ते जाते हैं।
पंजाबी शादी की रस्में और परम्पराएँ
पंजाबी वेडिंग में रोके की रसम
रोका इंगेजमेंट से पहले की रसम है और शादी की शुरुआत की सबसे पहली रस्म भी है। जिसके नाम से ही पता चलता है कि लड़का और लड़की के माता-पिता एक दूसरे के घर जाकर उन्हें रोक देते हैं यानी कि आज के बाद वह किसी और रिश्ते के लिए नहीं देखेंगें।
पंजाबी वेडिंग के इस रिवाज में दोनों परिवार एक दूसरे के साथ तोहफों का आदान-प्रदान करते हैं और लड़की का होने वाला ससुराल अपनी बहु के लिए खास कपड़े और मेकअप का सामान लेकर आते हैं। इन सभी चीजों को आशीर्वाद समझ कर लड़की स्वीकार करती है। फिर लड़का और लड़की के रिश्ते के पक्का हो जाने की खुशी मनाते हैं और एंगेजमेंट की तारीख तय करते हैं।
पंजाबी शादी में इंगेजमेंट की रस्म
इस रस्म में लड़का और लड़की एक दूसरे के साथ अपनी रिंग शेयर करते हैं और साथ ही लड़की के होने वाले ससुराल में से कोई बुजुर्ग औरत खास करके लड़के की बुआ लड़की को हार-श्रृंगार करके तैयार करती है। और साथ ही उसको मेकअप और कपड़े गिफ्ट में भी दिए जाते हैं।
यह अफसर शादी जितना ही इंजॉय फूल होता है जिसमें सभी रिश्तेदार और दोनों परिवार एक दूसरे से मिलते हैं और बहुत इंजॉय करते हैं।
Punjabi shadi ki rasmen in Hindi!!
पंजाबी शादी में कीर्तन की रसम
पंजाबी लोग हर कोई शुभ कार्य करने से पहले अपने घर को शुभ करते हैं जैसे कि वह शादी की कोई और रसम को निभाने से पहले घर में कीर्तन जरूर करवाते हैं। जिसमें परिवार की महिलाएं हिस्सा लेती हैं और भगवान से होने वाली शादी का काम अच्छे से हो जाने के लिए प्रार्थना करती हैं।
यह कीर्तन शाम के समय करवाया जाता है और देर रात को खत्म होता है। इस रस्म में भी भोज का इंतजाम किया जाता है और लड़के के घर से सभी औरतों को इनवाईट किया जाता है।
Punjabi Shadi ki Ceremonies in Hindi!!
पंजाबी शादी में लेडिस संगीत यानी की ढोलकी की रस्म
लेडिस संगीत हमारे भारत की हर शादी में एक ऐसा अवसर है जो जरूर मनाया जाता है। जिसमें सभी रिश्तेदार और मित्र मिलकर नाच गाना करते हैं और खूब इंजॉय करते हैं। पंजाबी शादियों में डीजे (Punjabi Marriage Rituals) लगाने से पहले घर की औरतें और पड़ोस की औरतें मिलकर ढोलकी बजाती हैं और सुहाग के गीत गाती हैं।
उसके बाद ही सब लोग मॉडर्न वेडिंग्स के डीजे पर इंजॉय करते हैं और आजकल के ट्रेंड के अनुसार इस डीजे नाइट का नाम भी दिया जाता है जो कि कोरियोग्राफर द्वारा अलग-अलग परफॉर्मेंस करके मजेदार बनाई जाती है। संगीत की नाईट में लड़की अपने सभी भाई-बंधुयों के साथ नाचती गति है और अपने घर में लास्ट नाईट को बहुत एन्जॉय करती है।
पंजाबी शादी में मेहंदी की रस्म
मेहंदी की रस्म पंजाबी वेडिंग में बेहद खास है। जिसमें आने वाली दुल्हन के हाथों और पैरों में मेहंदी लगाई जाती है। इस मेहंदी को सुहाग की मेहंदी कहा जाता हैं। इसमें साथ ही परिवार की सभी महिलाएं भी अपने हाथों में मेहंदी लगाती हैं जिसे एक शगुन भी माना जाता है।
साथ ही ऐसा भी माना जाता है कि जिस दुल्हन की मेहंदी हाथों में गहरी रहती है तो उसका ससुराल उसे बहुत प्यार और सम्मान देता है। इसलिए हर दुल्हन अपनी मेहंदी को गहरा करने के लिए काफी उपाय करती हैं।
Ceremonies of Punjabi Wedding!!
पंजाबी शादी में जागो की रस्म
जागो की रस्म पंजाबी शादी में काफी फेमस है। जिसमें की होने वाली दूल्हा और दुल्हन और उनके रिश्तेदार रात भर जागते हैं और ढोलक और सुहाग के गीत गेट हुए अपने रिश्तेदारों के घर भी जाते हैं। जिसमें के उनके रिश्तेदार उनकी आओ भगत के लिए हर तरह की अरेंजमेंट भी करते हैं।
Jaago ceremony in Punjabi Wedding
पंजाबी वेडिंग की सेरेमनी (Punjabi Wedding Ceremony!!) में दुल्हन या दूल्हे की मामी और भाभी अपने सिर पर मटका उठाती हैं जिसमें के दिया भी चलाया होता है। और वह ढोल-धमाके के साथ सारे पड़ोसियों को और पूरी दुनिया को यह बता देना चाहती हैं कि अगले दिन उनके घर पर शादी है। एक्चुअल में यह न्योता देने का और सेलिब्रेट करने का एक शानदार तरीका है।
पंजाबी वेडिंग में हल्दी की रस्म
हल्दी की रस्म भारत की हर वेडिंग में निभाई जाती है जिसमें होने वाले दूल्हा और दुल्हन को हल्दी और तेल चढ़ाया जाता है ताकि शादी वाले दिन उनकी स्किन ग्लो करे। पंजाबी वेडिंग की ये बहुत ही शुभ रस्म है जिसके लिए खास महूरत भी निकाला जाता है।
इस दिन घर की साथ सुहागन महिलाएं दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाती हैं और साथ ही अच्छे से उनके हाथों पैरों की मसाज भी करती हैं। हल्दी के बाद ही दुल्हन अपनी सुहन की चीजों को पहनना शुरू करती है।
Rituals and Traditions of Punjabi Marriage in Hindi!!
पंजाबी शादी में सांत की रस्म
पंजाबियों में यह रस्म काफी फेमस होती है जिसमें दूल्हा या दुल्हन के मामा अपने भांजे या भांजे के लिए बहुत सारे गिफ्ट और खासकर होने वाली दुल्हन के लिए सुहाग की निशानियां लेकर आते हैं। इसके साथ ही इस रस्म में लड़ी के नानके वाले सबके लिए कपड़े भी लेट हैं। इस रस्म को सभी पड़ोसियों और रिश्तेदारों के सामने निभाया जाता है।
इस दिन दुल्हन के घर में पूजा रखवाई जाती है और इस पूजा में ही दुल्हन का मामा दुल्हन को चूड़ा पहनाता है जिसे में कच्चे दूध में शुद्ध करके पहनाते हैं। इसके साथ ही लड़की की मामी सुहाग की पांच निशानियां जैसे कि बिछुआ, पायल, चूड़ियां, इयररिंग्स और रिंग दुल्हन को पहनाती है।
बाद में पहने हुए चूड़े को किसी कपड़े से कवर कर दिया जाता है। साथ ही मामा अपनी भांजी के कंगना बांधता है जो उसके ससुराल में उसका पति खोलता है। ऐसा माना जाता है कि वो कंगने में घर की खुशियाँ बांधते हैं जो कि वो ससुराल में खोलके अपने घर में बरसाती है। सांत की रस्म लड़के के घर पे भी उसके नानके की तरफ से की जाती है।
Punjabi Wedding Ceremonies in Hindi!!
पंजाबी शादी में सेहरा और घोड़ी की रस्म
यह रस्म लड़के के घर पर की जाती है जब दूल्हा अपनी दुल्हन को लाने के लिए तैयार हो जाता है तो उसकी बहन उसे उसके सिर पर सेहरा बांधती है और दूल्हे की भाभी उसकी आंखों में सुरमा लगती है। ताकि उसके देवर को किसी की बुरी नजर ना लगे। फिर परिवारजन और उसके दोस्त मिलकर गाजे-बाजे के साथ दूल्हे को घोड़ी चढ़ाते हैं।
उस घोड़ी पर सवार होकर वह दूल्हा अपनी दुल्हन को लेने के लिए अपने विवाह स्थल की ओर जाता है। साथ ही उस दूल्हे के साथ एक छोटा बच्चा भी बैठता है जो कि उसकी बहन का बेटा या उसका कोई और भतीजा होता है जिसे सरवाले का नाम दिया जाता है। वह पूरी बारात में दूल्हे के साथ ही रहता है।
सरवाले की भी वैसे ही मान-सम्मान किया जाता है। उसे घोड़ी पर दुल्हे के साथ इसलिए बिठाया जाता है ताकि दूल्हा उस दिन किसी भी समय अकेला न रहे। सरवाला तब ही दुल्हे से अलग होता है जब उसकी दुल्हन उसके साथ बैठती है।
Sarvala in Punjabi Wedding!!
पंजाबी शादी में मिलनी की रस्म
जब दूल्हा अपने विवाह स्थल पर घोड़ी पर बैठकर पहुंच जाता है तो बहुत ही गाजे-बाजे के साथ बारात का स्वागत किया जाता है। इस सेरेमनी में दुल्हन की माँ अपने ज्वाई का तिलक करती है और उसे विवाह स्थल में सत्कार से लेकर आती हैं।
यहीं पर साथ ही मिलनी की सेरिमनी भी की जाती है जिसमें लड़का और लड़की के रिश्तेदार आपस में गिफ्ट एक्सचेंज करते हैं और एक दूसरे को माला भी पहनते हैं। इसका मतलब है कि लड़की के रिश्तेदार लड़के वालों का मान-सम्मान करते हैं।
पंजाबी शादी में रिबन कटाई की रस्म
यह रस्म काफी मजेदार होती है जिसमें दूल्हे की सालियां दुल्हन से मिलने जाने वाले दरवाजे पर एक रिबन लगाती हैं जिसे दूल्हे को काटना होता है। और अंदर जाने की इजाजत लेने के लिए उसे अपनी सभी सालियों को एक नेग देना पड़ता है यानी कि कुछ पैसे ताकि वह अपनी होने वाली दुल्हन से जाकर मिल सके।
इस समय पर काफी मनोरंजक बातें भी होती हैं जो की सारी उम्र होने वाले दूल्हा और दुल्हन की यादों में समा जाती हैं।
Ribbon Ktai Rasm in Punjabi Wedding!!
पंजाबी शादी में वरमाला की रस्म
जब दूल्हा अपने शादी के स्थल पर आ जाता है उसके बाद दुल्हन को उसके भाई एक शगुन के कपड़े से चारों तरफ से पकड़ कर उसकी छांव में दुल्हन को उसके दूल्हे के पास लेकर आते हैं। फिर उन दोनों के बीच में वरमाला एक्सचेंज की जाती है।
आजकल के ट्रेंड में दूल्हा और दुल्हन घूमने वाली स्टेज पर भी वरमाला करते हैं या पर किसी उच्च स्थल पर चढ़कर जयमाला की जाती है ताकि शादी में उपस्थित सभी लोग उस जयमाला का आनंद ले सकें और उनकी जयमाला की फोटोज अच्छी आ सकें।
पंजाबी शादी में जूता चुराई की रस्म
यह रस्म दूल्हे की सालियां दूल्हे के साथ प्रैंक के रूप में करती हैं और यह काफी मजेदार भी होती है। जिस समय दूल्हा फेरो पर बैठने के लिए अपने जूते उतारता है, उस समय दुल्हन के साथ दूल्हे की सालियाँ उसके जूते को चुरा लेती हैं और उन्हें वापस देने के लिए भी अपने जीजा से नेग मांगती है।
उनसे नेग मिलने के बाद वह आपस में उसे बांट लेती हैं। पंजाबी शादी में यह रस्म भी काफी मजेदार तरीके से निभाई जाती है जिसमें न केवल दूल्हे की सालियाँ बल्कि उनके दोस्त और मित्र दोनों तरफ की बहुत इंजॉय करते हैं।
Juta churai ritual in punjabi wedding
पंजाबी शादी में फेरे की रस्म
पंजाबी शादी में फेरे की रस्म वह रसम है जिसे बहुत शुभ माना जाता है और लड़की फेरे लेने के बाद पूरी तरह से ससुराल वालों की हो जाती है और अपने मायके से पराई हो जाती है। इसमें शादी के सात फेरे और सात वचनों के बारे में भी बात की जाती है जिसे दूल्हा और दुल्हन को अपनी जिंदगी में निभाना होता है।
फेरे की रस्म की सबसे खास बात है कि दूल्हा और दुल्हन के पिता शादी से पहले पंडित से पूछ कर फेरों का समय निकलवाते हैं। फिर उसी तय किए गए समय पर ही दूल्हा और दुल्हन अग्नि को साक्षी मान कर उसके इर्द-गिर्द फेरे लेते हैं और एक दूसरे के साथ सात जन्म बिताने का वादा करते हैं।
पंजाबी शादी में कन्यादान की रस्म
फेरे पूरे हो जाने के बाद लड़की का पता अपनी लड़की का अंगूठा लड़के के हाथ में देता है जिसे कन्यादान की रस्म कहा जाता है। ऐसा करके वो दुल्हे को एहसास दिलाते हैं कि आज के बाद वह अपनी सारी संपत्ति यानि कि अपने घर की बहुत ही स्पेशल चीज उन सबको दे रहें हैं और दूल्हे को उनकी बेटी का अच्छे से ध्यान रखना है।
कन्यादान की रस्म भी काफी भावुक होती है और लड़की के घरवालों की आखें भर जाती हैं।
पंजाबी शादी में मांग भराई की रस्म
फेरे होने के बाद. जब पिता लड़की का कन्यादान कर देता है तो दुल्हन अपने घर से पराई हो जाती है। तब दूल्हा अपनी होने वाली दुल्हन की मांग भरता है जिसे कि वह एक सोने की अंगूठी से भरता है और ऐसा माना जाता है कि सिंदूर लगाते समय अगर थोड़ा सा सिंदूर दुल्हन की नाक पर गिरता है तो उसकी आने वाली जिंदगी बहुत ही खुशहाल होने वाली है।
Punjabi Wedding Rituals and Traditions!!
पंजाबी शादी में विदाई की रस्म
विदाई की रस्म लड़की और उसके घर वालों के लिए बहुत ही इमोशनल सिचुएशन होती है जिसमें लड़की को अपने घर को छोड़कर अपने ससुराल जाना होता है। अपने घर से जाने से पहले वह हाथ में चावल लेकर उल्टे मुंह से अपने घर में गेर कर जाती है। इसका मतलब होता है कि वह अपने जाने के बाद भी अपने मायके को धन और धान्य से भर के जा रही है और जब भी वह यहां पर आएगी तो वह इस घर में खुशियां ही फैलाएगी।
इस समय में वह अपने सभी रिश्तेदार है और अपने माता-पिता को मिलती है और उनसे अपने ससुराल जाने की विदाई लेती है। मगर उसकी माँ-बाप उसकी आने वाली ज़िन्दगी की खुशियाँ देखते हुए उसे भरे मन से विदा करते हैं।
पंजाबी शादी में वेलकम की रस्म
पंजाबी शादी की यह रस्म लड़के के घर पर की जाती है। जब लड़की विदा होने के बाद अपने ससुराल पहली बार पहुंचती है तब उसका वार्म वेलकम किया जाता है।
इस रस्म में लड़के की मां उन दोनों को आशीर्वाद देती हैं और अपने घर में आने के लिए आमंत्रित करती हैं।
Punjabi wedding rituals!!
पंजाबी शादी में कंगने की रस्म
अपने ससुराल में पहुंचने के बाद नए कपड़े पहन कर लड़की अपने घर के सभी फंक्शंस के लिए तैयार हो जाती है। सबसे पहले फंक्शन कंगने खोलने तथा रिंग ढूंढने का किया जाता है। इस रस्म में लड़का और लड़की को उनके हाथ पर बंधा कंगना खोलना होता है जो सांत के समय उनका मामा बांधता है। जिसके लिए लड़की अपने दोनों हाथ यूज़ कर सकती है मगर लड़के को वो कंगना एक हाथ से ही खोलना पड़ता है।
Punjabi wedding traditions in Hindi!!
यहाँ रिंग ढूंढने की रस्म में एक बहुत बड़े बर्तन में दूध और फूल डालकर सोने का छल्ला फेंका जाता है। उनमें से दूल्हा और दुल्हन को छल्ला ढूंढना होता है और माना जाता है कि जो इस छले को पहली बार पहले ले लेता है पूरी जिंदगी उसकी अपने पार्टनर और अपने घर पर पहल चलती है।
Punjabi Wedding Rituals in Hindi!!
पंजाबी शादी में सुहागरात की रस्म
घर के सारे फंक्शंस खत्म होने के बाद दूल्हा और दुल्हन की पहली रात की रसम होती है जिसके लिए उनके कमरे और उनके बिस्तर को खुशबूदार फूलों से सजाया जाता है ताकि उनकी जिंदगी की शुरुआत अच्छे से हो और उनकी जिंदगी में यह महक हमेशा बनी रहे।
तो ये थी पंजाबी वेडिंग में होने वाले रीति-रिवाज और परंपराएं। (Rituals and traditions of Punjabi wedding in Hindi!!) उम्मीद है आपको हमारा आर्टिकल काफी पसंद आया होगा। वैसे तो हमने इसमें सभी रीति-रिवाज को इंट्रोड्यूस करवाया है मगर फिर भी अगर आपके मन में इसके बारे में कोई भी प्रश्न है तो आप हमें कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
पंजाबी वेडिंग सेरेमनी के बारे में पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न!! (FAQs related to Punjabi Wedding Rituals!!)
- पंजाबी शादी में वरमाला कौन लाता है? (Who bring varmala in Punjabi wedding?)
पंजाबी शादी में वरमाला लड़के की तरफ से लाई जाती है। लड़का दोनों के लिए वरमाला लेकर आता है जो जब स्टेज पर लड़का और लड़की एक दूसरे को पहनाते हैं और उनकी शादी की शुरुआत और एक दुसरे की ज़िन्दगी में आने का यह पहला कदम होता है।
- पंजाबी वेडिंग में कौन-कौन सी रस्में निभाई जाती हैं? (What are the rituals and traditions of Punjabi Wedding?)
पंजाबी वेडिंग में बहुत सी प्यारी रस्में निभाई जाती हैं जो कि बहुत ही खास होती हैं। जैसे की मेहंदी की रस्म, संगीत सेरेमनी, चूड़ा सेरेमनी, सेहरा बंदी, जूता छुपीई और ऐसी ही सभी रस्मों के बारे में डिटेल में हमने आपको हमारे आर्टिकल में बताया है।
- पंजाबी वेडिंग का कौन सा प्रोग्राम सबसे मनोरंजक होता है? (Which program is most entertaining in Punjabi wedding rituals?)
वैसे तो पंजाबी वेडिंग की हर रस्म को पंजाबी लोग बहुत ही मनोरंजक तरीके से मनाते हैं। मगर संगीत सेरिमनी और जूता चुराई की रस्म पंजाबी वेडिंग में काफी फेमस है और लड़की और लड़की के दोस्त और रिश्तेदार बहुत एंजॉय भी करते हैं।
- पंजाबी वेडिंग में क्या कोई सिख हिंदू से शादी कर सकता है? (Can a Hindu an Sikh can marry in punjabi wedding?)
जी बिल्कुल, आजकल के मॉर्डन जमाने में ऐसी कोई भी खास बंदिश नहीं है। कोई भी धर्म का लड़का और लड़की एक दूसरे से शादी कर सकते हैं। अब बल्कि सभी धर्म के लोगों को रिश्ता स्वीकार भी होता है। है
- पंजाबी वेडिंग की रिसेप्शन में क्या होता है? (What is reception in Punjabi wedding?)
पंजाबी वेडिंग की रिसेप्शन एक ऐसा भोज होता है जो कि लड़के की तरफ लड़के वालों की तरफ से अरेंज किया जाता है। जिसमें लड़के वाले अपने दोस्त मित्रों को और लड़की के सभी खास परिवार वालों को इनवाइट करते हैं और लड़का और लड़की की शादी हो जाने की खुशी को मानते हैं।