पहली बार करवा चौथ का व्रत कैसे करें? पूजा कैसे करते हैं? (First Karva Chauth Procedure in Hindi)
आज हम आपको बताएंगे कि पहली बार इस व्रत को किस प्रकार से रक्खा जाता है और करवा चौथ के लिए क्या क्या सामान लगता है?(What things are required for Karva Chauth fast?)
करवा चौथ का व्रत हिंदु धर्म के अनुसार सुहागनों के लिए बहुत ही मान्यता रखता है। हर सुहागन अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखती है और सारा दिन बिना कुछ खाए तथा बिना कुछ पिए रात को चाँद को देख केर ही अपना व्रत खोलती हैं। यदि आपकी अभी शादी हुई है और आप इस साल पहली बार करवा चौथ का व्रत (First time fast of Karva Chauth) रखने वाली हैं तो ये हमारा आज का आर्टिकल आपके लिए ही है। आईये जानते हैं नई दुल्हन के लिए करवा चौथ का व्रत रखने की विधि:
कैसे करें करवा चौथ के व्रत की शुरुआत? (How to Start Karva Chauth Fast?)
करवा चौथ के व्रत की शुरुआत आने से की जाती है। इस दिन सुंह सूरज उगने से पहले हर सास अपनी बहू को सरगी देती है। जिसमें बहू के लिए कपड़े, सुहाग का सामान जैसे चूड़ी, बिंदी, सिंदूर तथा मेंहदी आदि होता है। इन सब सुहाग की निशानियों के साथ साथ करवा चौथ की सरगी की थाली (Karva Chauth Sargi Thali) में खाने की चीज़ें भी शामिल होती हैं जैसे कि फेनियाँ, शक्करपारे, फ्रूट्स, ड्राईफ्रूट तथा सबसे खास नारियल।
अपनी सास की दी हुई सरगी को सूर्य उदय से पहले खाकर ही हर बहू अपने व्रत की शुरुआत करती है। सरगी में फेनियाँ जरुर बनाई जाती हैं। इनका खाना बहुत ही शुभ माना जाता है तथा ये करवा चौथ के लिए आवश्यक (Requirements for Karva Chauth) पदार्थ भी है। यदि आप अपनी सास के पास नहीं रहती हैं तो आपकी सास आपको सरगी के पैसे भी भेज सकती हैं जिससे आप सब सामान खरीद सकती हैं।
करवा चौथ के एक दिन पहले सभी सुहागन महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी लगती हैं तथा उसमें अपने पति का नाम जरुर लिखवाती हैं। करवा चौथ की सुबह महिलाऐं सुबह नहाकर सरगी में आए कपड़े और श्रृंगार की चीज़ें पहनती हैं। सारा दिन फिर उसके बाद वो न तो कुछ खाती हैं और न ही पानी पीती है।
कैसे सुने करवा चौथ की कथा? (How to do Karva Chauth Ktha?)
करवा चौथ कि कथा आम तौर पर दोपहर को 3 से 4 के बीच में की जाती है। इसके लिए महिलाएं मंदिर में जाती हैं या आपस में एक जगह बेथ कर करवा चौथ की कथा सुन लेती हैं। अगर आपके पास कहीं जाने का मौका नहीं बन पा रहा है तो आप अपने मोबाइल पर भी कथा पढ़ सकती हैं। कथा सुनते समय साबुत अनाज या फिर चावल हाथ में रखे जाते हैं। कथा सुनने के बाद ये चावल या कनक अपने पल्लू में बांध लें। इन्ही चावलों को रात में चाँद को अर्घ्य देते समय अपने करवे में डालें।
जो महिलाएं पहली बार व्रत रखना आरम्भ करती हैं उनके मायके से भी बहुत से तोहफे आते हैं जिसे उनके माता पिता उद्यापन के तौर पर देते हैं। पहले करवा चौथ को पंजाब में महिलाएं अपने मायके में जाकर ही रखती हैं और हवं करवा कर उद्यापन भी किया जाता है। उस उद्यापन में 14 सुहागन महिलाओं को करवे के श्रृंगार का सामान तथा मिठाई और खाने पीने का सामान दिया जाता है।
कैसे की जाती है करवा चौथ की पूजा? (How to do Karva Chauth Pooja?)
कथा करते समय दो करवे पास में रखे जाते हैं उसमे से एक करवे से बहु रात में चाँद को अर्ग देती हैं और दूसरे करवे पर बायने की थाली रख कर सास को देती है। कथा सुनने के बाद हर बहु अपनी सास के लिए बायना निकालती है। इसमें वो उनके लिए कपड़े, मिठाई, पानी का लौटा तथा शगुन के पैसे रखती है। सास के लिए शगुन रखना करवा चौथ का आवश्यक रिवाज़ (Requirements for Karva Chauth) है। बहु अपनी सास के पेअर छु कर उन्हें अपना निकाला हुआ बायना देती है और सास का आशीर्वाद प्राप्त करती है। फिर कई महिलाएं शाम को कथा सुन कर तथा बायना निकल कर चाय, पानी तथा कोई फ्रूट कहा लेती हैं।
रात को कैसे तोड़ें करवा चौथ का व्रत? (How to Break Karva Chauth Fast in Night?)
रात को चाँद निकलने के बाद उसको अर्घ्य दिया जाता है। चाँद को अर्घ्य देने के लिए एक करवे का इस्तेमाल किया जाता है। पानी से अर्घ्य देने के बाद चाँद को सात बार थोड़ा थोड़ा मीठा चढ़ाया जाता है। इस समय हर जगह की अलग अलग पूजा की आरती होती है जो महिलाएं अपने पति की तथा सारे परिवार की सुख स्म्रिधि के लिए गाती हैं।
इसके बाद महिलाएं छलनी में से पहले चाँद को देखती हैं फिर अपने पति के मुख को देखती हैं। जिसका पति उनके पास नहीं है वो अपने पति की फोटो को भी देख लेती हैं। ऐसा करते समय वो छलनी में एक छोटा सा दिया भी जलाकर रखती हैं।
इस तरह करवा चौथ के व्रत की समाप्ति (Eve of Karva Chauth fast) की पूजा होने के बाद पति अपने हाथों से पानी पिलाकर अपनी पत्नी का व्रत खुलवाता है। इसके बाद वो सब परिवार जनों के साथ भोजन खाती हैं। करवा चौथ के दिन खास खाना बनाया जाता है जैसे कि पूरी, कचोड़ी, खीर या आपकी पसंद का खाना।
ये सब थी इनफार्मेशन उनके लिए जो इस साल पहली बार करवा चौथ का व्रत रखने जा रही हैं। उम्मीद है हमने आपको हर तरह जानकारी दे दी है और आपको पसंद भी आई होगी। इन सभी तरीकों से अपना करवा चौथ का व्रत रखना आरम्भ करें और अपने पति की लंबी आयु के लिए भगवान से दुआ मांगें।
पहले करवा चौथ के बारे में पूछे जाने वाले प्रशन (FAQ related to first Karva Chauth)
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करवा चौथ की थाली में क्या क्या होता है? (What must be in thali of Karva Chauth?)
करवा चौथ में चाँद को अर्घ्य देने तथा चौथ माता की पूजा करने लिए पूजा की थाली त्यार की जाती है जिसमें माँ गौरी कि तस्वीर, घी, दीपक तथा मिठाई जरूरी है। इसके साथ ही करवा चौथ की पूजा की थाली में हल्दी, मेहंदी, फूल, अक्षत, अगरबत्ती और नारियल का होना अति आवश्यक है।
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करवा चौथ के लिए क्या क्या सामान लगता है? (What things are required for Karva Chauth?)
करवा चौथ के व्रत से पहले और तोड़ने तक की विधि और सामान हमने आपको अपने आर्टिकल में बता दिया है। इसके हिसाब से आप अपनी सरगी, पूजा, बायना तथा अर्घ्य देने की त्यारी अच्छे से कर सकती हैं।
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करवा चौथ के लिए क्या आवश्यक है? (What is required for Karva Chauth?)
करवा चौथ के लिए सास द्वारा दी गई सरगी का सामना तथा बहु द्वारा सास को दिया जाने वाला बायना बहुत ही आवश्यक हैं। पूजा करने की विधि हमने आपको बता दी है और उसमें रखने वाले सभी पदार्थों के बारे में भी आपको बता दिया है।
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करवा चौथ पर पति अपनी पत्नी को क्या गिफ्ट देते हैं? (What gift husband gives to his wife on Karva Chauth?)
करवा चौथ पर हर पत्नी सारा दिन भूखी, प्यासी रहकर अपने पती की लंबी आयु के लिए व्रत करती है तो पति अपनी पत्नी को बदले में तौहफा देते हैं। तोहफे में वो उसे कोई सोने का गहना, मोबाइल फ़ोन, श्रृंगार का सामान या फिर उसकी मर्जी की कोई चीज़ तोहफे में दे सकते हैं।
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करवा चौथ की रात को पति पत्नी क्या करते हैं? (What husband wife do on the eve of Karva Chauth?)
करवा चौथ की रात को जब चाँद आ जाता है तो उसे अर्घ्य देने के बाद पत्नी अपने पति के हाथ से पानी पी कर ही अपना व्रत तोडती है। उसके बाद पति अपनी पत्नी को गिफ्ट देता है और दोनों प्यार से साथ बेथ कर खाना खाते हैं।
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करवा चौथ की पूजा कैसे करते हैं? (How to do Karva Chauth Pooja?)
करवा चौथ की पूजा शाम को की जाती है, सबसे पहले कहानी सुन कर महिलाएं अपनी सास के लिए बायना निकालती हैं फिर चाँद निकलने का इंतजार करती हैं। चाँद आते ही उसे पूरे विधि विधान से अर्घ्य दिया जाता है और करवा चौथ का व्रत तोड़ा जाता है। पूजा की डिटेल में विधि हमने आपको बता दी है।
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करवा चौथ 2022 कब है? (When is Karva Chauth 2022?)
हिंदु पंचांग के अनुसार करवा चौथ का व्रत (Karva Chauth Vrat) कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है। इस साल 2022 को यह व्रत 13 अक्टूबर 2022, दिन रविवार को आ रहा है। पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5: 54 मिनट से 07:03 बजे तक है।