सिंदूर हर सुहागिन के जीवन का एक खास हिस्सा है जिसके लिए वो हर मुश्किल का सामना करने को त्यार रहती है। निर्जला एकादशी जोकि सभी एकादशी में सबसे श्रेष्ठ मणि जाती है। इस साल निर्जला एकादशी का व्रत 31 मई को है, जिस दिन सिंदूर के कुछ उपाय करने से विवाहिक जीवन लंबा चलता है और पति-पत्नी के बीच के सभी तनाव दूर हो जाते हैं। इसीलिए आज हम निर्जला एकादशी 2023 सिंदूर के उपाय (Nirjla Ekadashi 2023 Sindoor Upay) लेकर आए हैं।
निर्जला एकादशी को भीमसेन एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन सुहागनें अपने सुहाग की रक्षा के लिए भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि-विधान से करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने से उनके सुहाग लम्बी आयु तथा अखंड सोभाग्य की प्राप्ति होती है। अगर आपने साल में किसी भी एकादशी का व्रत नहीं रखा तो आप निर्जला एकादशी का व्रत अवश्य करें, क्यूंकि इस एकादशी का इतना महत्व है कि आपको सभी एकादशियों के व्रत के बराबर पुण्य मिलेगा।
आईए जाने निर्जला एकादशी 2023 सिंदूर के कुछ उपाय जिन्हें करने से आपकी अपने पति के साथ रिश्ता मजबूत होगा।
निर्जला एकादशी 2023 सिंदूर के कुछ उपाय
· विवाहिक जीवन में शांति लाने का उपाय
यदि आप निर्जला एकादशी के दिन सिंदूर के उपाय करते हैं तो आपके जीवन के सुख समृधि तो आएगी ही इसके साथ आप अपने पति के साथ संबंध भी अच्छे कर पाएंगें। इस दिन अपने पति के हाथों से अपनी मांग में सिंदूर लगवाएं तथा अपनी मांग से ही पति के माथे पर टीका लगाएं। ऐसा करने से आपके बीच प्यार भी बढ़ता है तथा भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं और वो आपके जीवन को सुख-शांति से भर देंगें।
· पति की तरक्की के रास्ते खुलने का उपाय
अगर आपके पति बहुत मेहनत करते हैं फिर भी तरक्की नहीं मिल रही है। तो आप निर्जला एकादशी के दिन उपाय कर सकती हैं और अपने पति की तरक्की का द्वार खोल सकती हैं। इसके लिए पहले आप एक पीला कपड़ा लें और उस पर अपने सिंदूर से ओम लिखें। अब इस कपड़े को भगवान का नाम लेकर अपने पति की जेब में रख दें। ऐसा करने से आपके पति की तरक्की के सभी रास्ते खुल जाएंगे। वो जो भी काम करेंगें उसमें सफलता अवश्य मिलेगी।
· घर में सुख-शांति लाने का निर्जला एकादशी सिंदूर का उपाय
घर में छोटे- बड़े कलेश होते ही रहते हैं। अगर आपके वैवाहिक जीवन सुख से नहीं चल रहा और हर दिन कलेश चल रहा है और छोटी-छोटी बातों पर झगड़े हो रहे हैं। तो सिंदूर का उपाय आप अवश्य करें। इसके लिए एक सिंदूर की एक पुड़िया बनाएं। और उसे पति के सिरहाने के नीचे रखें।
सुबह होने पर उस पुड़िया के सिंदूर को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी को चढ़ाएं। इससे आपके शादीशुदा जीवन में खुशियाँ आएँगी तथा आपके बीच के सभी मनमुटाव दूर हो जाएंगें।
निर्जला एकादशी को सिंदूर उपाय करते समय रखें इन बातों का ख्याल!! (Important Precautions To Remember for Nirjla Ekadashi!!)
निर्जला एकादशी के दिन सिंदूर के उपाय हर सुहागन को करने चाहिए ताकि न केवल उसके जीवन में खुशहाली आये बल्कि उसका अपने पति के साथ संबंध भी मजबूत हो। अगर इस निर्जला एकादशी 31, मई 2023 को आप भी ये सिंदूर उपाय करना चाहती हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना होगा ताकि आपको अपने किए उपाय का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। आईए जानें निर्जला एकादशी सिंदूर उपाय से दोगुना पुण्य पाने के तरीके:
- निर्जला एकादशी के दिन आपको ये सभी उपाय सुबह के समय ही करने हैं।
- आपको अपने करने वाले उपाय के बारे में किसी को नहीं बताना है, ऐसा करने से आपका पुन्य कम हो जाता है।
- उपाय करते समय अगर हो सके तो पीले वस्त्र पहने क्यूंकि पीला भगवान विष्णु का रंग है।
इसके इलावा निर्जला एकादशी के दिन करने वाले जरूरी काम:
- निर्जला एकादशी को जरूरत मंदों को अन्न, जरूरत का सामान और पीले वस्त्र अवश्य दान करें और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करें।
- निर्जला एकादशी 2023 (Nirjla Ekadashi 2023) के दिन अपने घर में सुख-स्म्रिधि लाने के लिए केले का पौधा लगाएं। और हर ब्रहस्पति के दिन इस पौधे में हल्दी मिला पानी चढ़ाएं। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होंगें और आपके घर की सभी परेशानियाँ दूर करेंगें।
- ऐसा माना गया है कि पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। इसलिए निर्जला एकादशी अगर आप कोई और उपाय नहीं कर पा रहे हैं तो पीपल के पेड़ में जल जरूर दें। ऐसा करने से ही आप निर्जला एकादशी का सारा फल प्राप्त कर सकते हैं।
तो दोस्तों, ये थे निर्जला एकादशी 2023 सिंदूर के उपाय तथा उस दिन करने वाले कुछ जरूरी काम। ऐसा करने से आप अपने विवाहिक जीवन को मंगलमय बना सकते हैं तथा अपने घर में खुशहाली ला सकते हैं। हमें पूरी उम्मीद है आपको हमारा ये आर्टिकल काफी पसंद आया होगा। अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो हम आपके कमेंट्स का दिल से इंतज़ार करेंगें।
निर्जला एकादशी 2023 सिंदूर के उपाय से रिलेटेड कुछ प्रशन!! (FAQs related to Nirjla Ekadashi 2023 Sindoor Upay!!)
1. निर्जला एकादशी 2023 कब है? (When Nirjla Ekadashi 2023 is?)
इस साल निर्जला एकादशी 31 मई, 2023 को है। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करें और अपने घर में सुख तथा समृधि लाएं।
2. निर्जला एकादशी के दिन क्या करना चाहिए? (What to do on Nirjla Ekadashi?)
निर्जला एकादशी में सारे साल की एकादशी का निचोड़ है। अगर आप किसी एकादशी को दान पुन या फिर पूजा अर्चना नहीं कर पाए, तो आप निर्जला एकादशी 2023 (Nirjla Ekadashi 2023) को ऐसा अवश्य करें। भक्त पूरी रात जाग कर भगवान विष्णु का ध्यान करते हैं। तथा वस्त्र, अन्न, छाता, पंखा, जल से भरे घड़े तथा सोना आदि दान भी करते हैं।
3. निर्जला एकादशी 2023 में सिंदूर के उपाय क्या हैं?
सिंदूर हर सुहागन के सुहाग की निशानी है। यदि आप निर्जला एकादशी के दिन अपने सिन्दूर से कुछ उपाय करती हैं तो आप अपने पति की तरक्की तथा ज़िन्दगी भर का साथ प्राप्त कर सकती हैं। हमने आपको ऐसे कई उपाय बताएं हैं जिनको करके आप अपने सुहाग के लिए मंगल कामना कर सकती हैं।
4. निर्जला एकादशी का दान कब करना चाहिए?
एकादशी के दिन सूर्योदय से लेकर अगले दिन द्वादशी के सूर्योदय तक आप दान कर सकते हैं तथा भगवान विष्णु की आराधना भी कर सकते हैं। यदि आप इस दिन निर्जल व्रत करते हैं तो आप सारी एकादशियों के व्रत का फल प्राप्त कर लेते हैं। अगले दिन किसी भूखे ब्राह्मण को भोजन करवा कर ही भोजन ग्रहण करें।
5. निर्जला एकादशी में पानी कब पीना चाहिए? (When can we drink water on Nirjla Ekadashi?)
निर्जला एकादशी का व्रत (Nirjla Ekadashi Fast) बिना पानी के सम्पुर्ण होता है। इस एकादशी का व्रत दिन के सूर्योदय से लेकर द्वादशी के सूर्योदय तक होता है। तो आप अगले दिन द्वादशी को ही ब्राह्मण को खाना खिला कर पानी पीएं।
6. निर्जला एकादशी 2023 के दिन क्या नहीं करना चाहिए? (What are things not to do on Nirjla Ekadashi 2023?)
निर्जला एकादशी के दिन यदि आप व्रत करते हैं या नहीं भी करते हैं, फिर भी इन बातों का ध्यान अवश्य रखें:
- तामसिक, मांसाहारी भोजन से दूर रहें।
शराब और किसी भी तरह के नशे का सेवन न करें।
- निर्जला एकादशी 2023 (Nirjla Ekadashi 2023) के दिन वचन, मन तथा कर्म से ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- तुलसी को जल अर्पित ना करें और ना ही तुलसी को हाथ लगाएं।
7. क्या निर्जला एकादशी के दिन बाल धो सकते हैं? (Can we wash hair on Ekadashi?)
महिलायों को निर्जला एकादशी ही नहीं बल्कि किसी भी एकादशी के दिन बाल नहीं धोने चाहिए। इसके इलावा गुरुवार तथा अमावस्या को भी सिर धोना वर्जित है।
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