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जानें बिछिया पहनने और न पहनने से क्या होता है? (Know What Happens If You Wear or Not Wear Toe Ring?)

जाने बिछिया पहनने या न पहनने से क्या बदलाव आते हैं एक सुहागन की ज़िन्दगी में!! क्या बिछिया पहनने के होते हैं हेल्थ बेनेफिट्स?

Toe Ring, (बिछिया) हमारे हिंदू धर्म में बहुत सी परंपराएं हैं। उनमें से एक है शादीशुदा महिलाओं का पैरों में बिछिया पहनना जिसे हिंदू धर्म में सुहाग की निशानी भी माना जाता है। हमारे धार्मिक इतिहास में ऐसा भी माना गया है कि जो महिलाएं पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनती हैं उनके पति की आयु लंबी होती है। जानें बिछिया पहनने और न पहनने से क्या होता है?

इसलिए आज हम आपके लिए जो आर्टिकल लेकर आए हैं वह है पैरों में बिछिया पहनने के फायदे! (Benefits of wearing Bichhiya!) आज के हमारे आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको इस बात की पूरी जानकारी मिल जाएगी कि आखिर क्यों पहनती है सुहागिन पैरों में बिछिया? (Why do married woman wear Bichhiya?) वैसे तो पैरों में पहनने के और भी आभूषण है जैसे पैरों में पायल पहनना भी सुहाग की निशानी है। इसके बारे में हमने आपको पहले आर्टिकल में बताया है।

शादी के बाद क्यों पहना जाता है पैरों में बिछिया? (Why do ladies wear Bichhiya after marriage?)

बिछिया को विवाह की निशानी माना जाता है। इसलिए हर सुहागन इसे अपने शादी के श्रृंगार बॉक्स में जरूर शामिल करती है। ऐसा माना जाता है कि पैरों में बिछिया पहनने से उनके विवाहित संबंध अच्छे रहते हैं और साथ ही माता लक्ष्मी भी उन पर प्रसन्न रहती है और उनकी तरफ आकर्षित रहती है।

पैरों का बिछुआ एक सुहागन के सोलह सिंगार में से एक आभूषण है जिसमें काजल, बिंदी, मेहंदी, मंगलसूत्र, चूड़ी, झुमके, मांग टीका, कमरबंद, पायल, अंगूठी, बाजूबंद और कई ऐसे आभूषण शामिल होते हैं। तो चलिए बात करते हैं पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनने के महत्व (Importance of wearing Bichhiya in Feet Fingers) के बारे में।

बिछिया पहनने या न पहनने

पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनने के ज्योतिष महत्व! (Jyotish importance of wearing Bichhiya)

हमारे शास्त्रों में आभूषण पहनना किसी भी सुहागन स्त्री की निशानी है। इसके साथ ही वह हमारी भारतीय संस्कृति का प्रतीक भी है। बिछिया पैर के अंगूठे के साथ वाली उंगली में पहने जाने वाला चांदी का आभूषण है जो पैरों को न केवल आकर्षक बनाते हैं बल्कि एक सुहागन भारतीय नारी के सोलह श्रृंगार को भी पूरा करता है। साथ ही महिलाओं का पैरों में बिछिया पहनना बेहद शुभ माना जाता है और इसका संबंध देवी मां से भी जोड़ा जाता है।

पैरों में बिछिया पहनने का धार्मिक महत्व (Religious importance of wearing Bichhiya)

शादी के बाद पैर के अंगूठे की साथ वाली उंगली में बिछिया पहनना रामायण काल से ही प्रथा चलती आ रही है। और ऐसा माना जाता है कि जब रावण ने सीता माता का अपहरण किया था तो सीता माता ने अपने पैर का बिछिया निकाल कर फेंक दिया था जिससे कि श्री राम ने उन्हें ढूंढ निकाला था। उसी समय से एक शादीशुदा महिला को पैर की ऊँगली में बिछिया पहनना शामिल किया गया है। इसके साथ ही जिस उंगली में बिछिया पहना जाता है उसका सीधा संबंध हृदय से भी होता है इसलिए ऐसा माना जाता है कि पैर की उंगली में बिछिया पहनने से आपके पति आपसे बेहद प्यार करते हैं।

पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनने के वैज्ञानिक महत्व (Scientific importance of wearing Bichhiya)

ऐसा नहीं है कि पैरों में बिछिया पहनने के केवल धार्मिक और ज्योतिष महत्व ही है बल्कि इसके बहुत से वैज्ञानिक कारण भी हैं। जैसे कि जो औरतें अपने पैर की उंगली में बिछिया पहनती है,

  • उस उंगली की नसों का संबंध उनके गर्भाशय से होता है यानी की बिछिया पहनने से ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से गर्भाशय तक पहुंचता है। जिससे के गर्भ धारण करने में कोई परेशानी नहीं होती है।
  • साथ ही बिछिया एक एक्वा प्रेशर का भी काम करता है जो की महिलाओं के स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है।
  • पैरों में बिछिया पहनने से महिलाओं का हार्मोनल सिस्टम भी सही रहता है।
  • पैर की उंगली में बिछिया पहनने से थायराइड की संभावना बहुत कम हो जाती है।

पैर की उंगली में बिछिया पहनने से होता है लक्ष्मी का वास

हमारे धार्मिक पुरानों के अनुसार ऐसा माना गया है कि जब विवाहित महिलाएं अपने पैर की उंगली में बिछिया पहनती हैं तो उनके पति की आयु लंबी होती है और साथ ही उनके घर में लक्ष्मी का भी वास होता है। ऐसा भी माना गया है कि जो सुहागन अपने पैर में बिछाया नहीं पहनती है तो उसके पति की संपत्ति में कमी हो सकती है इसलिए हर शादीशुदा स्त्री को दोनों पैर में अंगूठे के साथ वाली ऊँगली में बिछिया पहनना अनिवार्य है।

पैरों में चांदी की ही बिछिया क्यों पहननी चाहिए? (Why ladies should wear silver Bichhiya only?)

आपने अक्सर देखा होगा कि सुहागन महिलाएं पैरों में चांदी के ही आभूषण पहनती हैं जैसे कि चांदी की पायल और चांदी की बिछिया। असल में चांदी एक ठंडी धातु है। पैरों में चांदी के आभूषण पहनने से एक महिला के शरीर को शांति मिलती है और साथ ही उसके पैरों का दर्द भी कम होता है। क्योंकि चांदी यह कैसी धातु है जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक मानी गई है और हमारे शरीर में पॉजिटिव एनर्जी के प्रवाह के लिए भी चांदी सक्षम है।

ऐसा माना जाता है कि जब महिलाएं चांदी की बिछिया अपने पैर की उंगलियों में पहनती हैं तो उनके जीवन में प्रेम का प्रवाह तो रहता ही है साथ ही उनके पैरों को आराम भी पहुंचता है और पॉजिटिव एनर्जी से उनका शरीर भरा रहता है। मन को शीतलता पहुंचाने के साथ-साथ चांदी की बिछिया शरीर में उनको तेज गर्मी से भी बचाती है।

पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनने के हेल्थ बेनिफिट्स क्या हैं? (What are the health benefits of wearing Bichhiya?)

जैसे कि हमने आपको पहले बताया कि पर की उंगलियों में बिछिया पहनने से एक महिला की सेहत को काफी फायदे मिलते हैं। तो चलिए अब डिटेल में इन फायदों के बारे में हम आपको बताते हैं।

महिला का यूट्रस रहता है हेल्दी- आयुर्वेद के अनुसार पैर के अंगूठे की साथ वाली उंगली की नस यूट्रस से जुड़ी होती है। इसलिए पैर में चांदी की बिछिया पहनने से वो नस लगातार प्रेस होती रहती है और इसी वजह से उनका यूट्रस हेल्दी रहता है। इसके साथ ही उन महिलाओं के पीरियड्स भी रेगुलर रहते हैं।

ब्लड प्रेशर को करता है कंट्रोल पैर की उंगली में चांदी का बिछिया- एक्सपर्ट्स के मुताबिक उंगली में बिछिया पहनने से एक महिला के ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलती है और यही वजह है कि उनका ब्लड प्रेशर हमेशा कंट्रोल में रहता है और साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान गर्भाशय तक खून पहुंचने में भी पैर के बिछिया का खास महत्व है।

चांदी का बिछिया पैर में पहनने से शरीर को मिलती है पॉजिटिव एनर्जी- हमारे आयुर्वेद के अनुसार चांदी शरीर में पहनने से शरीर को ठंडक मिलती है इसलिए पैरों में चांदी की पायल और चांदी के बिछिया पहने जाते हैं। जिससे कि महिलाओं को पॉजिटिव एनर्जी मिलती रहती है और वह अपने घर संसार को अच्छे से संभाल पाती हैं।

पैरों में बिछिया पहनते समय रखें इन बातों का ध्यान!!

वैसे तो पैरों की उँगलियों में बिछिया पहनना काफी शुभ संकेत है फिर भी कुछ गलतियाँ करके कई बार हम इस शुभ कार्य में बाधा डाल देते हैं। इसलिए बिछिया पहनते समय इन बातों का ध्यान अवश्य रखें(Take care of these things before wearing a Bichhiya)

  • भूलकर भी न पहनें पैरों में सोने का बिछिया, ऐसा करने से हो सकता है धन की हानि
  • हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपका बिछिया कभी गुम न हो
  • बिछिया न पहनने से आपके पति के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है
  • अगर सुहागन पैरों की उँगलियों में बिछिया नहीं पहनती हैं, तो उनके घर में धन हानि होने की भी संभावना हो सकती है
  • चांदी की बिछिया हमेशा दोनों पैरों की दूसरी और तीसरी अंगुली में पहने और इसके महत्व को पहचाने
  • जब आप बिछिया पहन रही हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि बिछिया का रंग कभी काला ना पड़े

इन सब बातों का ध्यान रखने से पैरों में बिछिया पहनने से आपके घर में खुशियाँ आएँगी।

तो यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमने आपको बताया कि पैर में बिछिया पहनना एक सुहागन के लिए क्यों जरूरी है (Necessity of wearing Bichhiya for a married woman) साथ ही हमने आपके पैरों में बिछिया पहनने से महिलाओं को मिलने वाले हेल्थ बेनिफिट्स (Health benefits of wearing Bichhiya to women) के बारे में भी पर्याप्त जानकारी दी है। उम्मीद है हमारा आज का आर्टिकल आपको काफी पसंद आया होगा हमें आपके कॉमेंट्स का हमेशा इंतजार रहेगा।

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पैरों में चांदी की पायल पहनने और न पहनने से क्या होता है

पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनने ने के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न!! (Frequently Asked Questions!!)

1. पैर में कितनी बिछिया पहननी चाहिए?

आमतौर पर पैर में दोनों पैरों में अंगूठे के साथ वाली उंगलियों में चांदी की बिछिया पहनी जाती है। ये रिवाज़ सदियों से चलता आ रहा है। मगर आजकल के ट्रेंड के अनुसार लेडिस अपने पैर की हर उंगली में बिछिया पहनना पसंद करती हैं।

2. पैरों में बिछिया क्यों पहनना चाहिए?

पैर की उंगली में बिछिया पहनने के ज्योतिष, धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व हैं। जिससे कि सुहागन का सोलह श्रृंगार तो पूरा होता ही है साथ ही उसकी सेहत को भी अंगूठे के साथ वाली उंगली में बिछिया पहनने से काफी लाभ मिलते हैं।

3. बिछिया कौन से दिन पहनना चाहिए?

हमारे हिंदू धर्म में शादी के बाद महिलाओं को बिछिया जरूर पहनना चाहिए जिसे की सुहाग की निशानी के रूप में देखा जाता है। और ऐसा करने से पति की आयु भी लंबी होती है और घर में संपति का वास भी बना रहता है। हिंदू धर्म की शादी में सांत की रस्म में जब मामा होने वाली दुल्हन को चूड़ा पहनाता है तो साथ ही पायल और बिछिया भी धारण करवाता है।

4. क्या शादी के बाद बिछिया पहनना जरूरी है? 9Is it necessary to wear Bichhiya after marriage?)

शादी के बाद दुल्हन को बिछिया पहनना हमारे हिंदू धर्म में अनिवार्य है। इसके पॉजिटिव रिजल्ट्स के बारे में न केवल ज्योतिष बल्कि वैज्ञानिक भी कहते हैं कि पैर की उंगली में बिछिया पहनने से मां लक्ष्मी भी खुश रहती है और सेहत को भी काफी फायदे मिलते हैं।

5. सोने की बिछिया पहनने की मनाही क्यों है? (Why shouldn’t we wear Gold Bichhiya?)

हमारे हिंदू धर्म के अनुसार पैर की उंगली में चांदी की बिछिया ही पहननी चाहिए क्योंकि पैरों में सोना पहनने से देवी देवता नाराज हो जाते हैं और जिसे मां लक्ष्मी का अपमान भी माना जाता है।

6. क्या पैर की उंगली में बिछिया पहनने का कोई वैज्ञानिक महत्व भी है?

जी बिल्कुल, जैसे कि हमने आपको हमारे आर्टिकल में बताया कि अंगूठे के साथ वाली उंगली की नस सीधा एक महिला के गर्भाशय से जुड़ी होती है इसलिए उस उंगली में चांदी पहनने से उनके पीरियड्स रेगुलर रहते हैं और ब्लड सरकुलेशन भी हेल्दी रहता है।

शादी की फूल फ़ॉर्म क्या है?

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