प्रोबायोटिक्स हमारे पेट की आंत में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीव हैं, यानि कि वो बैक्टीरिया जो हमारी पाचन प्रणाली को सेहतमंद रखते हैं। इन्हें अपने पेट में खुश रखना हमारी जिम्मेवारी है ताकि हमारी पाचन क्रिया सही रहे और हमें किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। अगर आपको पेट दर्द, गैस की परेशानी, पथरी या किसी तरह के अल्सर की समस्या है तो इसका सीधा मतलब है कि आपकी आंत में प्रोबायोटिक असंतुलित हैं।
आज का हमारा आर्टिकल इसी बात पे आधारित है कि आखिर क्या हैं प्रोबायोटिक्स? (What is Probiotics?) और क्या हैं प्रोबायोटिक्स के लाभ? (What are the benefits of Probiotic?) जैसे कि आप जानते हैं कि हमारे सारे कंटेंट महिलायों के स्वास्थ्य से रिलेटेड होते हैं तो आज जो भी प्रोबायोटिक के बारे में बताने जा रहे हैं उसमें भी हमने महिलायों के स्वास्थ्य को ही सामने रखा है, और हमारा सारा आर्टिकल उनके लिए ही प्रेरणा स्त्रोत है।
प्रोबायोटिक्स क्या है? (What is Probiotic?)
हमारे शरीर में बहुत सारे बैक्टीरिया होते हैं, उनमें से कुछ अच्छे तथा कुछ बुरे बैक्टीरिया हैं। अच्छे बैक्टीरिया न सिर्फ हमारी पाचन शक्ति को मज़बूत करते हैं बल्कि हमें बहुत से और फायदे भी देते हैं जैसे कि इम्युनिटी को स्टोंग करते हैं, गुट हेल्थ को बढ़ाते हैं तथा हमारे वजन को कम करने में भी मददगार हैं। ऐसे अच्छे बैक्टीरिया में से एक है प्रोबायोटिक्स (Probiotics) जो कि हमें बहुत से हेल्थ बेनेफिट्स देता है। इसको हेलथी रखने के लिए हम सप्लीमेंट्स ले सकते हैं या दही जैसे खाद्य पदार्थों को ले सकते हैं जो कि हमारी आंतों के प्रोबायोटिक्स को सेहतमंद रखते हैं।
आईए अब जाने प्रोबायोटिक्स क्या है , प्रोबायोटिक्स के लाभ के बारे में:
डायरिया की रोकथाम में मिलती है मदद (Prevent from Diarrhea)
डायरिया यानि कि दस्त एक बहुत ही गंभीर परेशानी है, इसका जितनी जल्दी इलाज कर दिया जाए उतना अच्छा है। ये समस्या एंटीबायोटिक का सेवन करने से सामने आती है। प्रोबायोटिक्स पदार्थों (Probiotic Substances) का सेवन करने से हम इस समस्या का समाधान पा सकते हैं। ऐसा करने से हमारे शरीर में अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बना रहता है और हमें डायरिया की समस्या का जल्दी ही समाधान हो जाता है।
मानसिक स्वास्थ्य में आता है सुधार (Helps in Mental Health)
ये शायद आप नहीं जानते कि आपकी आंतों के स्वास्थ्य तथा मानसिक स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध होता है। अगर आपकी आंतें सही तरीके से काम कर रही हैं तो आप मानसिक तौर पर भी खुश रहेंगें। इस बात का खुलासा एक छोटे से अध्ययन से किया गया था। जिसमें ये देखा गया कि प्रोबायोटिक सप्लीमेंट लेने वाले लोगों में उदासी कम देखी गई। इसके इलावा प्रोबायोटिक्स के लाभ (Benefits of Probiotic) में प्रोबायोटिक्स लाइव माइक्रोऑर्गेनिज्म भी पाए गए हैं जोकि चिंता और अन्य मानसिक लक्षणों को दूर करने के भी तत्व पाए गए।
ह्रदय को रखता है स्वास्थ्य (Probiotics for Heart Health)
ऐसा भी पाया गया है कि प्रोबायोटिक्स के सेवन से हमारे शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम किया जाता है, जिससे कि अच्छे कोलेस्ट्रॉल आपकी पाचन क्रिया को स्वास्थ्य बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही प्रोबायोटिक्स टेबलेट (Probiotic Tablet) के सेवन से शारीर में बीपी की समस्या को भी कम किया जा सकता है तथा अपने हृदय को मज़बूत बनाया जा सकता है। अपने ह्रदय के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रोबायोटिक युक्त दही खाना काफी लाभदायक है।
वेट लोस में देता है मदद (Probiotics for weight loss)
आजकल बिजी दिनचर्या की वजह से बहुत से लोग बढ़े हुए वजन से परेशान रहते हैं। ऐसे में प्रोबायोटिक की खुराक (Intake of Probiotic) वेट लॉस करने में भी आपकी काफी मदद करते हैं। अध्यन से ऐसा देखा गया है कि प्रोबायोटिक जब पेट में जाते हैं तो वह खाने को फैट में नहीं बदलते, जिस वजह से शरीर में वजन नहीं बढ़ता।
ये अध्ययन साल 2013 में किया गया था जिसके मुताबिक 12 हफ्ते तक प्रोबायोटिक की मदद से काफी प्रतिशत पेट की चर्बी में कमी पाई गई। ये अध्यन प्रोबायोटिक के महिलायों के लिए फायदे (Benefits of Probiotic for ladies) के बारे में किया गया था। इसमें पुरुषों की पेट की चर्बी को कम करने के बारे में कोई ज़िक्र नहीं किया गया।
इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में सहायक (Probiotics boost immunity)
प्रोबायोटिक्स के सुप्प्लिमेंट्स (Probiotic Supplements) का सेवन करने से हमारी पेट की आंत के माइक्रोबायोम का संतुलन कायम करता है तथा हानिकारक बैक्टीरिया को कम करता है। इस सेवन से इम्यून सेल्स बढ़ते हैं तथा शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके साथ ही प्रोबायोटिक्स शरीर में प्राकृतिक एंटीबॉडी के उत्पादन को भी बढ़ाता है जिससे आप अपने शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से बचा सकते हैं। आपके शरीर में आईजीए और टी-लिम्फेसाइट्स कोशिकाएं हैं जिससे हम अपनी बिमारियों से लड़ने में सक्षम होते हैं, प्रोबायोटिक्स इनको बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
कौन से पदार्थ हैं प्रोबायोटिक्स से भरपूर? (What are the foods rich in Probiotic?)
अब आप ये जान चुके हैं कि प्रोबायोटिक्स आपको कितने सारे फायदे दे सकता है, अब बारी है ये जानने की कि ऐसे कौन से पधार्थ हैं जिनको खाने से आपके शरीर में प्रोबायोटिक्स की मात्रा बढ़ सकती हैं, तो ये हैं प्रोबायोटिक्स युक्त पदार्थ:
- दही– घर के बने दही में सबसे ज्यादा प्रोबायोटिक्स की मात्रा (Amount of Probiotic Amount) पाई जाती है, जो कि आपके शरीर में अच्छे सेल्स को बढ़ा देते हैं।
- छाछ– छाछ पीने से आपका शरीर अन्य रोगों से लड़के के लिए सक्षम हो जाता है।
- डार्क चॉकलेट- ये चॉकलेट जैसे खाने में स्वाद है वैसे ही आपकी सेहत के लिए भी काफी लाभदायक है। डार्क चॉकलेट खाने से प्रोबायोटिक्स की मात्रा बढ़ जाती है जोकि आपकी पाचन शक्ति को तेज़ कर देता है।
- पनीर– पनीर खाने से भी आपके शरीर में प्रोबायोटिक्स बढ़ता है तथा आपका शरीर स्वास्थ्य रहता है।
- सेब- सेब एक ऐसा फ्रूट है जो कि प्रोबायोटिक्स से भरपूर है। इसके साथ ही सेब का सेवन आपके शरीर में पी एच के लेवल को भी मेन्टेन रखता है।
- सोया मिल्क एंड जैतून– ये दोनों भी प्रोबायोटिक्स से भरपूर पदार्थ हैं।
आज हमनें आपको बताया कि प्रोबायोटिक्स क्या है? तथा क्या हैं प्रोबायोटिक्स के फायदे। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा आर्टिकल काफी पसंद आया होगा और आपको प्रोबायोटिक्स से रिलेटेड हर तरह की इनफार्मेशन भी मिल गई होगी। ऐसे ही महिलायों की हेल्थ से रिलेटेड कंटेंट को पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग के साथ जुड़े रहें और अपनी सेहत को बनाए रखें।
प्रोबायोटिक्स के सेवन के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs related to Probiotics)
क्या प्रेग्नेंट महिलाएं प्रोबायोटिक्स का सेवन कर सकती हैं? (Do Probiotics are safe for pregnant woman?)
प्रोबायोटिक्स का सेवन हर महिला के लिए फायदेमंद है। यदि आप प्रेग्नेंट हैं तो भी आप अपने संतुलित आहार के साथ प्रोबायोटिक सुप्प्लिमेंट्स ले सकती हैं। ध्यान रखें कि ऐसा करने से पहले आप अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
प्रोबायोटिक पदार्थ कौन-कौन से हैं? (What are Probiotic Substances?)
प्रोबायोटिक्स एक बैक्टीरिया है जो हमारे शरीर को स्वास्थ्य प्रदान करता है। इसके सेवन से आप अपनी पाचन शक्ति को बेहतर बना सकते हैं तथा इम्युनिटी को भी स्ट्रोंग कर सकते हैं। ये रहे कुछ पदार्थ जिनको अपनी मील में शामिल करने से आप सेहतमंद हो जाएँ:
- ग्रीन ओलिवस
- ब्लैक चॉकलेट
- बटर मिल्क
- पत्ता गोभी
- सेब
- दही और पनीर
प्रोबायोटिक कैप्सूल कब खाना चाहिए? (When to eat Probiotic substances?)
प्रोबायोटिक कैप्सूल का सेवन खाली पेट करना चाहिए, जिससे आप इसके गुणों का ज्यादा फायदा उठा सकते हैं। खाना खाने से तीस मिनट्स पहले यदि आप प्रोबायोटिक कैप्सूल को लेते हैं तो अच्छे बैक्टीरिया आपके गट में जाने में कम समय लेते हैं।
क्या चावल में प्रोबायोटिक्स होते हैं? (Do rice contains Probiotic?)
किण्वित चावल, प्रोबायोटिक्स से भरपूर होते हैं इसके सेवन से आप अल्सर, अल्सरेटिव कोलाइटिस, चिड़चिड़ापान, आंत्र सिंड्रोम तथा सीलिएक रोग आदि जैसी गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल सम्बंधित समस्याओं को ठीक करने में कारगर है।
प्रोबायोटिक क्या काम करता है? (What is the work of Probiotics?)
प्रोबायोटिक हमारे आंत में रहने वाला एक प्रकार का अच्छा बैक्टीरिया होता है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है। हम आपको बता दें कि ये बैक्टीरिया पेट में भोजन को पचाने, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने तथा इम्युनिटी को बढ़ाने में मददगार होता है।
एक महिला को कितने प्रोबायोटिक्स लेना चाहिए? (How much Probiotic is sufficient for a female?)
एक महिला को जितने सीएफयू की जरूरत है, उसे उतने ही प्रोबायोटिक्स लेने चाहिए। 10 से 20 मिलियन से ज्यादा सीएफयू उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त होते हैं जिन्हें कुछ क्रोनिक बीमारी है और जिन्हें ज्यादा इम्युनिटी सेल्स की जरूरत होती है।
Hope you all are satisfied with the topic as प्रोबायोटिक्स क्या है.
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