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Ganesh Chaturthi 2023: घर पर कैसे बनाएं ईको फ्रेंडली गणेश

Ganesh Chaturthi 2023:भगवान गणेश का जन्मदिन मनाने के लिए हमारा पसंदीदा त्योहार आने वाला है। आइए इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर ईको फ्रेंडली गणेश मूर्ति बनाकर पर्यावरण को सुरक्षित बनाएं।

Ganesh Chaturthi 2023

गणेश चतुर्थी, भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है। यह खुशी, समृद्धि और सकारात्मकता का त्योहार है। यह सबसे अधिक मनाए जाने वाले हिंदू त्योहारों में से एक है। भक्त भगवान गणेश की मूर्ति घर पर लाते हैं और दस दिनों तक उनकी पूजा करते हैं। बाज़ार में गणेश की मूर्तियाँ बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्री से बनी होती हैं। प्लास्टर ऑफ पेरिस और अन्य रासायनिक रंगों से बनी मूर्तियां पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं।

गणेश चतुर्थी की मूर्तियों से होने वाला प्रदूषण ईको सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है, मछलियों और जलीय पौधों को मारता है। कई क्षेत्रों में, जैसे ही गणेश चतुर्थी विसर्जन या पानी में मूर्तियों के विसर्जन के साथ समाप्त होता है, वही प्रदूषित पानी घरों में चला जाता है, जिससे नदियाँ अत्यधिक प्रदूषित हो जाती हैं। आइए इस गणेश चतुर्थी को पर्यावरण-अनुकूल तरीके से मनाने का वादा करें। यहां गणेश चतुर्थी मनाने के लिए ईको फ्रेंडली गणेश मूर्तियों (Eco Friendly Ganesh Idol) की सूची दी गई है।

ईको फ्रेंडली गणेश मूर्ति बनाने के तरीके (Method To Create Eco Friendly Ganesha Idol)–

यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप आसानी से Eco Friendly Ganesha बना सकते हैं:

क्ले की गणेश मूर्ति (Clay Ganesh Idols)

शादु माटी या नदी के किनारे पाई जाने वाली प्राकृतिक मिट्टी (natural clay) का उपयोग मूर्तियाँ बनाने के लिए किया जा सकता है। वे पानी में आसानी से घुल जाती हैं और पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते। वहीं पीओपी की बनी मूर्तियां भारी होती हैं और जरूरत पड़ने पर लंबे समय तक चलती हैं।

क्ले की मूर्ती बनाने के स्टेप्स:

  • पानी और मिट्टी मिलाकर एक नॉन-स्टिकी आटा गूंथ लें।
  • शरीर के विभिन्न अंग बनाने के लिए इसे काटें। हाथ, पैर के लिए छोटे हिस्से और शरीर के लिए बड़े हिस्से।
  • आसन बनाने के लिए बीच में एक पतली छड़ी या टूथपिक डालें।
  • जब पूरी संरचना सेट हो जाए, तो आभूषण और कपड़े बनाने के लिए किसी नुकीली वस्तु का उपयोग करें।
  • यदि आप चाहें तो प्राकृतिक रंगों से पेंट कर सकते हैं।

 चावल के आटे की गणेश मूर्ति (Rice Flour Ganesh Idol)

क्या आपने कभी सोचा है कि चावल के पाउडर का उपयोग मूर्ति बनाने के लिए किया जा सकता है?  आटा, हर घर में एक आम वस्तु है, इस कला को बनाने के लिए कुछ रंगीन मसालों के साथ इसका उपयोग किया जा सकता है।

चावल के आटे की मूर्ति बनाने के स्टेप्स:

  • मिट्टी की मूर्ति बनाने की ही विधि अपनाएं। याद रखें कि आटा गूंथते समय उसमें थोड़ा सा तेल मिला लें ताकि आटा चिपचिपा न रहे।
  • इलायची, काली मिर्च, मिर्च के टुकड़े और रसोई से किसी भी अन्य रंगीन वस्तु का उपयोग मूर्ति के लिए आँखें, आभूषण और कपड़े बनाने के लिए कर सकते हैं।
  • मूर्ति को आकर्षक बनाने के लिए हल्दी या खाने वाले रंग का प्रयोग भी कर सकते हैं।

अखबार की मिट्टी की गणेश मूर्ति (Newspaper Clay Ganesha idol)

यदि आपके पास नदी तट की मिट्टी खरीदने का समय नहीं है, तो पुराने समाचार पत्र काम में आ सकते हैं।

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अखबार की मिट्टी की मूर्ति बनाने के स्टेप्स:

  • अखबार को टुकड़े-टुकड़े कर लें।
  • इसे आधे दिन तक पानी में भिगोकर ब्लेंडर में पीस लें।
  • बचे हुए पानी को कपड़े के टुकड़े में निचोड़ कर पूरी तरह निकाल दीजिये।
  • एक कप मैदा को दो कप पानी में मिलाएं और गाढ़ा घोल बनाने के लिए इसे तेज आंच पर उबालें।
  • इसमें एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं और इसे सूखने दें।
  • मिश्रित अखबार को बैटर के साथ मिलाएं और इसे आटे में बदल लें।
  • टिकाऊ मूर्तियाँ बनाने के लिए आटे को कुछ दिनों के लिए फ्रिज में रखें।
  • मूर्ति बनाने के लिए उपर दिए हुए स्टेप्स का पालन करें।
  • अंतिम स्पर्श के लिए अपनी पसंद के किसी भी रंग का उपयोग करें।

पौधे की गणेश मूर्ति ( Plantable Tree Ganesha Idol)

विसर्जन के बाद अपनी गणेश प्रतिमा को पौधे में बदल सकते हैं। इसके लिए मिट्टी का आटा तैयार करते समय अपनी पसंद के कुछ पौधों के बीज मिट्टी के मिला दें। इसमें आप सब्जियों, जड़ी-बूटियों या फलों के बीजों का उपयोग कर सकते है। उत्सव के बाद मूर्ति को पानी में भिगोकर बगीचे की मिट्टी में मिला दें। बीज जमीन में अंकुरित होने लगेंगे।  कुछ ही दिनों में आपके गणेश शानदार पौधों में बदल जाएंगे।  ऐसा करने से भगवान सदैव आपके घर में निवास करेंगे और पूरे वर्ष आपको फल-सब्जियों से पुरस्कृत करेंगे।

चॉकलेट ईको फ्रेंडली गणेश मूर्ति (Chocolate Eco Friendly Ganesh Idol)

चॉकलेट गणेश, जैसा कि नाम से पता चलता है, चॉकलेट से बना है।  इसे खाने योग्य रंगों से सजाया जा सकता है। गणेश मूर्ति को आम तौर पर पानी में डुबोया जाता है, लेकिन आप चॉकलेट गणेश को दूध के कंटेनर में भी डुबो सकते हैं। एक बार जब मूर्ति दूध में घुल जाए तो अपने परिवार के सदस्यों को प्रसाद के रूप में चॉकलेट मिल्कशेक दें। यह त्योहार मनाने का एक अच्छा तरीका है।

ईको फ्रेंडली गणेश मूर्ति बनाने के टिप्स (Tips For Making Eco Friendly Ganesha Idol):

  • प्राकृतिक मिट्टी का इस्तेमाल करें (Use Natural Clay):

गणेश मूर्ति बनाने के लिए प्राकर्तिक मिट्टी चुनें।  प्राकृतिक मिट्टी बायोडिग्रेडेबल होती है और केमिकल फ्री होती है। इसे आसानी से किसी भी आकार में ढाला जा सकता है। आप प्राकृतिक मिट्टी शिल्प दुकानों से या ऑनलाइन मंगा सकते हैं।

  • प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें (Use Natural Colours):

मूर्ति को सजाने के लिए सिंथेटिक रंगों का उपयोग करने के बजाय प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें। आप हल्दी, चुकंदर और मेंहदी जैसी प्राकृतिक चीजों से बने जैविक रंगों का उपयोग कर सकते हैं। ये रंग पर्यावरण के लिए बिल्कुल सुरक्षित हैं।

  • बायोडिग्रेडेबल सजावट प्रयोग करें (Use Biodegradable Decorations):

बायोडिग्रेडेबल सजावटों को प्रयोग करके अपनी गणेश मूर्ति की सुंदरता बढ़ाएँ। इसके लिए आप सूखे फूलों, पत्तियों या बीजों का उपयोग कर सकते हैं। बाद में इन सजावटों को आसानी से खाद बनाया जा सकता है।

  • गैर-बायोडिग्रेडेबल वस्तुओं का उपयोग कम करें (Reduce Use Of Non-biodegradable Items):

अपनी गणेश मूर्ति बनाते समय, प्लास्टिक या धातु की सजावट वाली वस्तुओं का उपयोग कम से कम करने का प्रयास करें।  

  • रीसाइकल और रियूज (Recycling and Reuse):

कार्डबोर्ड, कागज, या पुराने समाचार पत्रों जैसी घरेलू वस्तुओं की तलाश करें जिन्हें मूर्ति बनाने के लिए पुन: उपयोग किया जा सकता है

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