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महिलाओं के 13 विशेष अधिकार जो हर महिला को जरूर पता होना चाहिए

हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहां रीति रिवाज को पूरा करने के लिए लोग अपनी जी- जान लगा देते हैं। हमारे भारत में जहां देवी देवताओं की तो पूजा की जाती है मगर महिलाओं को हर दिन किसी न किसी बात से किसी न किसी व्यवहार से परेशान किया जाता है। और कार्यस्थल पर उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता है।

इसीलिए आज हम आपके लिए महिलाओं के 13 विशेष अधिकार जो हर महिला को जरूर पता होना चाहिए (13 important women rights that every woman must know) इसके बारे में आर्टिकल लेकर आए हैं। हमारा ब्लाग महिलाओं की ब्यूटी, महिलाओं की सुरक्षा उनका सेहतमंद रहना और अन्य कई बातों पर आधारित है। इसलिए हम महिलाओं के लिए ऐसी हर तरह की न्यूज़ और टिप्स लेकर आते रहते हैं जिनसे उनकी जिंदगी सुधारी जा सके। तो चलिए बात करते हैं ऐसे महिलाओं के लिए 13 विशेष अधिकारों की (13 important women rights) जो भारत सरकार ने भारतीय महिलाओं के मान-सम्मान और निष्ठा को सामने रखते हुए बनाए हैं।

महिलाओं के 13 विशेष अधिकार!! (13 Significant Women Rights!!)

महिलाओं के 13 विशेष अधिकार

1. महिलाओं पर घरेलू हिंसा के खिलाफ अधिकार

हमारे भारत के संविधान की धारा 498 के अनुसार पति या घर में रहने वाले अन्य सदस्य महिला पर घरेलू हिंसा नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही महिलाओं को यह भी अधिकार है कि अगर उनसे कोई आर्थिक, भावनात्मक या मौखिक हिंसा करता है तो वो इस बात की शिकायत कर सकती है। फिर चाहे वह उसका पति है या उसका लिविंग पार्टनर या अन्य कोई भी रिश्तेदार। अगर वह घरेलू हिंसा के खिलाफ के अधिकार को अपनाते हुए कंप्लेंट करती है तो आरोपी को कारावास में रखा जाएगा जिनकी जमानत भी नहीं हो सकती है। इस कारावास को 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है और इसके साथ ही आरोपी पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

2. महिलाओं को कार्यस्थल पर तंग करने या उत्पीड़न के खिलाफ अधिकार

महिलाओं के 13 विशेष अधिकार हर महिला को जरूर पता होनी चाहिए (13 women rights that every woman must know) जिसमें से ही एक मुख्य अधिकार है कि जिस जगह पर कोई महिला काम करती है वहाँ उसके साथ कोई भी उत्पीड़न व्यवहार नहीं किया जाएगा। जैसे कि यौन उत्पीड़न जो की अधिकतम महिलाओं के साथ कार्य स्थल पर किया जाता है। इसके खिलाफ महिला शिकायत दर्ज करके अपना अधिकार पा सकती है। इस शिकायत के आधार पर आरोपी को 3 महीने की अवधि के अंदर इस कार्यालय में एक लिखित में देना होगा जिसमें उसे उस महिला से माफी भी मांगनी होगी।

3. महिलाओं को पुरुष जितने सामान सैलरी का अधिकार

आजकल महंगाई के जमाने को देखते हुए हर महिला घर से निकाल कर अपने परिवार के लिए काम करती है। तो उसे इस अधिकार के बारे में बखूबी पता होना चाहिए कि महिलाओं को भी पुरुषों जितना ही समान वेतन ही दिया जाएगा। किसी भी महिला के साथ इस तरह का भेद-भाव लिंग के आधार पर नहीं किया जा सकता है। फिर चाहे वह महिला मजदूरी का काम करती है या फिर किसी ऑफिस में सिटींग जॉब!

महिलाओं को पुरुष जितने सामान सैलरी का अधिकार

4. महिला को स्वाधीनता का अधिकार

महिलाओं के 13 विशेष अधिकार हर महिला को जरूर पता होनी चाहिए (13 women rights that every woman must know)अगर किसी स्थिति में महिला आरोपी मानी जाती है तो उसकी जांच प्रक्रिया किसी अन्य महिला के द्वारा ही करवाई जाएगी। अपने इस अधिकार को आरोपी महिला भी बता सकती है। इसके अलावा अगर कोई चिकित्सीय जांच आरोपी महिला की होने वाली है तो वह भी किसी अन्य महिला की उपस्थिति में ही की होना जरूरी है। इसके अलावा अपनी गोपनीयता की रक्षा के लिए यौन उत्पीड़न से शिकार हुई महिला भी अपने बयान को किसी पुलिस अधिकारी को अकेले में ही दे सकती है और उसको यह अधिकार है कि वह अपना नाम आगे ना आने दे।

महिला को स्वाधीनता का अधिकार

क्रूरता और न्याय

5. मातृत्व और प्रेगनेंसी संबंधी लाभ के अधिकार

कामकाजी महिलाओं के लिए प्रेगनेंसी संबंधी अधिकार उनके लिए एक सुविधा ही नहीं है बल्कि यह उनका मौलिक अधिकार है। जैसे कि प्रेग्नेंट महिला को ऐसे किसी काम से मना नहीं किया जाएगा जो उसके लिए ऐसी कंडीशन में टफ नहीं है। इसके अलावा मां बनने के बाद 6 महीने तक महिला के वेतन में कोई भी कटौती नहीं की जा सकती है और साथ ही उसे 6 महीने की छुट्टी अपने बच्चे को पालने के लिए लेने का अधिकार है। 6 महीने के बाद वो महिला अपना काम फिर से शुरू कर सकती है।

6. भारतीय महिलाओं को बिना पैसे दिए कानून की सहायता लेने का अधिकार

कानूनी सेवा महिलाओं के लिए निशुल्क है। हर महिला को इस अधिकार के बारे में जरूर पता होना चाहिए। खास करके बलात्कार से पीड़ित महिला को कानूनी सेवा व सहायता मुफ्त में प्राप्त करने का अधिकार है। इसके अलावा उसके इस अधिकार में उसके लिए वकील की व्यवस्था भी सरकार की तरफ से ही की जाएगी।

7. भ्रूण हत्या के खिलाफ महिला का अधिकार

भ्रूण हत्या एक कानूनी जुर्म है। और हर महिला का यह अधिकार है कि वह अपने पेट में पल रहे बच्चे का अबॉर्शन ना करवाए। एक महिला को उसकी मूल अधिकार जैसे कि “जीने का अधिकार” देने का हर भारतीय का कर्तव्य है। इसलिए प्रेगनेंसी में लिंग चयन करने पर भी रोक है और इसके साथ ही कन्या के भ्रूण हत्या के खिलाफ महिला को अधिकार है। अगर जबरदस्ती उसका गर्भपात करवाया जाता है तो वो इस बात की कंप्लेंट कर सकती है।

7. भ्रूण हत्या के खिलाफ महिला का अधिकार

8. रात में गिरफ्तार न होने का अधिकार

अगर कोई भी महिला आरोपी सिद्ध होती है तो उसको यह अधिकार है कि वह अपने आप को रात को गिरफ्तार करने से रोक सके। जब तक फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट की तरफ से उसकी गिरफ्तारी का आदेश न दिया जाए तब तक कोई भी महिला को सूर्यास्त के बाद और अगले दिन सूर्योदय से पहले अपने आप को गिरफ्तार ना करवाने का अधिकार है।

9. महिलाएं वर्चुअल शिकायत दर्ज करने का अधिकार रखती हैं  

आजकल के ऑनलाइन जमाने में महिलाओं को ईमेल के थ्रू अपनी शिकायत दर्ज करने का अधिकार भी है। अगर वह पुलिस स्टेशन में जाकर अपनी शिकायत दर्ज नहीं करवा सकती तो वह ईमेल के माध्यम से इस प्रावधान को उठा सकती हैं। अगर वह ऐसा नहीं कर सकती तो सो उसकी शिकायत दर्ज करवाने के लिए अपने पुलिस स्टेशन में से एक पुलिस कांस्टेबल को उसके घर भी भेजा जा सकता है। यह कंडीशन तब होती है अगर महिला शारीरिक रूप से पुलिस स्टेशन जाने की हालत में नहीं है।

10. महिला को अनवांटेड एक्टिविटी के खिलाफ अधिकार है

अगर किसी भी जगह पर किसी भी महिला को उसके चित्रण या उसके शरीर के किसी भी अंग पर अनवांटेड टच होता है या उसे घायल किया जाता है या अपमानित किया जाता है तो महिला को अधिकार है कि वह इस बात की कंप्लेंट पुलिस स्टेशन में खुद जाकर या ऑनलाइन करवा सकती है। इस बात के लिए अपराधी को दंड अवश्य दिया जाएगा।

10. महिला को अनवांटेड एक्टिविटी के खिलाफ अधिकार है

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11. महिलाओं को पीछा करने वाले लोगों से बचने का अधिकार है

कई लड़कों को ये आदत होती है कि वो किसी लड़की या महिला का पीछा करते हैं जब तक वो उनकी बात मान ना जाए। आईपीसी की धारा 394 डी के तहत अगर कोई इंसान किसी महिला का पीछा करता है और महिला के संकेत देने के बावजूद भी व्यक्तिगत बातचीत को बढ़ावा देता है और बार-बार उससे मिलने की कोशिश करता है तो महिला को यह अधिकार है कि वह ईमेल या इलेक्ट्रॉनिक संचार के किसी भी माध्यम से इस बात की कंप्लेंट कर सकती है और अपने आप को सुरक्षित रख सकती है।

12. महिलाओं को जीरो FIR का अधिकार

जीरो FIR का मतलब है कि महिला किसी भी जगह के पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर सकती है। भले ही उसके साथ हुई घटना कहीं भी हुई हो। उस फिर को पुलिस स्टेशन के थ्रू ही उसके क्षेत्र में भेजा जाएगा। ये अधिकार महिला को उसका समय बचाने और अपराधी के ना बचाने के लिए भारत सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में महिला को दिया गया है।

13. माता-पिता की संपत्ति पर अधिकार

अपने माता-पिता की निजी संपत्ति पर एक लड़की का उतना ही अधिकार है जितना कि उसके भाई का। इसलिए घर की प्रॉपर्टी पर महिला और पुरुष दोनों का बराबर अधिकार है।

माता-पिता की संपत्ति पर अधिकार

तो यह थे महिलाओं के 13 विशेष अधिकार जो हर महिला को पता होना चाहिए (13 Women rights that every woman must know) ताकि समय आने पर महिला अपने अधिकार को लेकर अपने आप को किस शोषण या किसी भी संकट से बचा सके। उम्मीद है हमारे ब्लॉग से जुड़ी सभी महिलाओं के लिए आज का पोस्ट काफी इंपोर्टेंट रहा होगा। हमारी रिक्वेस्ट है कि आप इन सभी अधिकारों को अच्छे से याद करें ताकि समय आने पर अपने अधिकार को जरूर यूज़ कर सकें। इसके अलावा आपने मन में कोई और बात है तो आप हमारे कमेंट सेक्शन में हमसे पूछ सकते हैं।

महिलाओं के 13 विशेष अधिकार से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न!! (FAQs related to Women Rights)

  • महिलाओं को अलग से अधिकार क्यों दिए गए हैं?

हमारे भारतीय संस्कृति में देवी माता, गौ माता की तो पूजा की जाती है मगर महिला को आज भी नीची नजर से ही देखा जाता है। इसलिए उनको एंपावर करने के लिए भारतीय संविधान में महिला के लिए कुछ विशेष अधिकार बनाए हैं ताकि महिला अपने देश में खुद को सुरक्षित रख सके।

  • भारत में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कौन-कौन से कानून है?

हमारे देश भारत में महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए बहुत से कानून जारी किए गए हैं जिसमें कि दहेज न देने का कानून, कार्य स्थल पर महिलाओं के साथ बदतमीजी ना सहने का अधिकार, और काम करने पर समान वेतन लेने का अधिकार भी शामिल है।

  • महिला पर हाथ उठाने पर कौन सी धारा लगती है?

अगर कोई भी व्यक्ति किसी महिला पर हाथ उठाता है या उसे किसी भी तरह की चोट या नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है तो धारा 323 के तहत वह व्यक्ति दंडित किया जाता है।

  • पति के द्वारा पत्नी के साथ मारपीट करने पर कौन सी धारा लगती है?

अगर कोई पति अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता है तो उसके पति के खिलाफ 498 ए तथा 323 की धाराएं लागू होती है। इनके तहत उस पति पर जुर्माना या उसको सज़ा भी सुनाई जा सकती है।

  • क्या लड़की को बदनाम करने पर भी इंसान को दंडित किया जा सकता है?

जी हां, धारा 500 के तहत अगर कोई इंसान किसी लड़की को बदनाम करता है उसका पीछा करता है और उसके ना कहने पर भी उसके साथ संबंध बनाने के लिए उसे उत्तेजित करता है तो उस इंसान को 2 साल तक की सजा या जुर्माना या दोनों साथ में हो सकते हैं।

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