जानें, मंगलसूत्र पहनने और नहीं पहनने से क्या होता है? (What are the Effects of Wearing and not Wearing Mangalsutr in Hindi?)
शादी के बाद जब पत्नी हर रोज़ मंगलसूत्र पहनती है तो वो अपने पति के साथ अपने रिश्ते को हर बुरी नज़र से बचाती है। आज हम अपने आर्टिकल में मंगलसूत्र को पहनने के महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं, इसके साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे कि अगर शादी शुदा महिलाएं मंगलसूत्र नहीं पहनती हैं तो क्या होता है?
मंगलसूत्र हर सुहागन के सोलह श्रृंगार में से एक माना जाता है। इसलिए इसे शादी के दिन ही पति अपनी पत्नी को पहनाता है। हिंदु धर्म में ऐसी मान्यता है कि मंगलसूत्र में दैवीय शक्तियां होती हैं जो पति पत्नी के रिश्ते को किसी भी बुरी शक्ति से बचाती हैं। काले मोती का मंगलसूत्र (Mangalsutr with black beads) शादीशुदा महिलाओं के शुभ की पांच चीजों में से एक है। कुमकुम, चूड़ियाँ, नथ तथा पैर की अंगुली के छल्ले के साथ मंगलसूत्र एक बहुत ही खास श्रृंगार है। आईए जानते हैं कि इस काले पीले मोतियों के मंगलसूत्र (Mangalsutr with black and yellow beads) का क्या महत्व है? आज हम आपको मंगलसूत्र पहनने और नहीं पहनने के फायदे बताने जा रहे है.
मंगलसूत्र पहनने और नहीं पहनने से क्या होता है?(What are the Effects of Wearing and not Wearing Mangalsutr?)
चलिए अब आपको बताते हैं मंगलसूत्र पहनने और नहीं पहनने के फायदे
वैवाहिक जीवन में मंगलसूत्र का क्या महत्व होता है? (What is the Importance of Mangalsutr in Married Life?)
मंगल सूत्र सुहागन के श्रृगांर का हिस्सा है जो बहुत ही पवित्र धागा माना जाता है। एक सुहागन जब मंगलसूत्र पहन कर घर से निकलती है तो वो अपने सुहाग को हर ऐसी नज़र से बचाती है जो उसे कोई भी नुकसान पहुंचा सकती है। इसके साथ ही ये सूत्र पति पत्नी को एक पवित्र रिश्ते में बांधे रखता है।
यदि आपके मन में ये सवाल बार बार आता है कि मंगलसूत्र का मतलब क्या होता है, (What is the meaning of Mangalsutr?) तो इसका जवाब बहुत ही सरल है कि ये एक शुभ मंगल की कामना करने वाला एक सूत्र है जिसे हर शादी शुदा औरत पहनती है तथा अपने रिश्ते को बुरी नज़र से बचाती है। इसके साथ ही ये धागा उसके सुहाग की लंबी आयु का भी प्रतीक है।
क्या है मंगलसूत्र पहनने का ट्रेडिशन? (What is the Tradition of Wearing Managlsutr?)
हिंदू धर्म में विवाह के समय बहुत से ऐसे रीति-रिवाज़ निभाए जाते हैं जिनके बिना विवाह अधूरा माना जाता है, मंगलसूत्र पहनाना उनमें से एक बहुत ही शुभ अवसर है। लड़की जब शादी के बाद औरत बनती है तो उसके गले में मंगलसूत्र पहनाया जाता है जिससे वो अपने सुहाग की सदैव रक्षा करती है। शादी के बाद आपने हर महिला के गले में इस सूत्र को देखा होगा जो उसके सुहाग की निशानी है।
हिंदु धर्म के इस रिवाज को महिलाएं पूरी श्रधा से निभाती हैं तथा अपने विवाहित जीवन को मंगलमय बनाती हैं। ज्योतिषशास्त्र में मंगलसूत्र में लगा सोना बृहस्पति को मजबूत करता है जो कि एक खुशहाल और सुखी दाम्पत्य जीवन प्रदान करता है।
कैसे पहना जाता है मंगलसूत्र? (How to Wear Mangalsutr?)
सुहागन महिलाएं किसी और जेवर को बेशक ना पहने मगर मंगलसूत्र आवशयक पहनती हैं। मंगलसूत्र में काले तथा पीले रंग के मोती लगे होते हैं, जिसमे पीले मोती सोने के होते हैं जो कि माँ पार्वती के प्रतीक हैं, वहीँ दूसरी और काले रंग के मोती भगवान शिव के प्रतीक माने जाते हैं। यही एकमात्र कारण है कि मंगलसूत्र को कभी गले से उतारा नहीं जाता है। मंगलसूत्र पहनने और नहीं पहनने के फायदे
आईए अब जानते हैं कि इस सूत्र को कैसे पहनना चाहिए?
ये तो अब आपको पता चल गया है कि मंगल सूत्र क्यूँ फना जाता है, इस सूत्र को पहनने के कुछ नियम हैं जिनकी पालना करना भी हर सुहागन के लिए अति आवश्यक है।
- विवाह में सात फेरों के समय जब कोई स्त्री मंगलसूत्र धारण कर लेती है तो उसके बाद से उसे इस मंगलसूत्र को उतारना नहीं चाहिए। ये उसके शरीर का एक आभूषण नहीं बल्कि अंग बन जाता है।
- अगर किसी भी कारण से या मजबूरी में मंगलसूत्र उतारना भी पड़े तो उस स्त्री को अपने गले में एक काला धागा जरूर डालना चाहिए। काला रंग उसे तथा उसके पति को हमेशा गल्त नज़रों से बचा कर रखेगा।
- ध्यान रहे कि कोई सुहागन किसी दूसरी सुहागन का मंगलसूत्र न पहनें। ऐसा करने से पति पत्नी के रिश्ते में तनाव आता है तथा पति की आयु भी कम होती है।
- सुहागन के मंगलसूत्र में काले मोतियों का होना बहुत जरूरी होता है, ये काले मोती ही हैं जो उसे तथा उसके पति को हर बुरी नज़र से बचाते हैं।
- इसके साथ जब भी मंगलसूत्र पहने तो उसमें सोने के मोती होना भी जरूरी है क्यूंकि सोना आपके जीवन से गुरु के प्रभाव को कम करता है और वैवाहित जीवन को सुखी बनाता है।
- मंगलसूत्र को संभाल कर रखना आपकी जिम्मेवारी बन जाता है, क्यूंकि इसका खोना या टूटना अपशगुन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अगर किसी सुहागन का मंगलसूत्र टूट जाता है या गुम जाता हिया तो उसके पति पर कोई बिपता आ सकती है।
क्या मंगलसूत्र पहनने का कोई वैज्ञानिक कारण भी है? (Is there any Scientific Reason of Wearing Mangalsutr?)
वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करें तो मंगलसूत्र का भी एक वैज्ञानिक कारण है, ये सूत्र आमतौर पर सोने या चांदी का बना होता है, तथा दोनों ही धातुएं महिलाओं के हृदय और वक्ष को स्वस्थ रखती हैं, तथा उनके शरीर में रक्तचाप को भी संतुलित रखने में सहायक होती हैं।
इसके इलावा सोना उर्जा का प्रतीक है तथा सोना पहनने से महिला को जीवन में हर काम में सक्षम होने की उर्जा मिलती रहती है। पुराणों में ऐसा पाया गया है कि आयुर्वेद में स्वर्ण भस्म को बहुत सी दवाएं बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता था। इसलिए जब मंगलसूत्र के सोने का पेंडेंट महिला के शरीर को छूता रहता है तो उसके स्वास्थ्य को बहुत से लाभ मिलते रहते हैं।
मंगलसूत्र में पीले रंग के मोती तथा सोने के पेंडेट के साथ साथ काले मोतियों वाले मंगलसूत्र (Mangalsutr with black beads) के होने का भी अपना वैज्ञानिक महत्व है, इनसे होकर निकलने वाली वायु रोगों से लड़ने के लिए क्षमता देती है, तथा साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बना रहता है।
मंगलसूत्र से सम्बंधित पूछे जाने वाले प्रशन (FAQ Related to Mangalsutr)
मंगलसूत्र नहीं पहनने से क्या होता है? (What happened if married ladies do not wear Mangalsutr?)
मंगलसूत्र सिर्फ सुहागन की ख़ूबसूरती ही नहीं बढ़ाता है बल्कि ये सूत्र पति पत्नी को आपस में जोड़े रखता है तथा उनके वैवाहित जीवन में खुशियाँ आती हैं। इसलिए हर विवाहित महिला को इसे जरुर ही पहनना चाहिए, मगर आजकल बदलते फैशन में महिलाएं मंगलसूत्र नहीं पहनती हैं मगर ऐसा करने से पति के भाग्य और आयु में कमी आ सकती है।
मंगलसूत्र पहनने से क्या होता है? (What is the significance of wearing Managlsutr?)
मंगलसूत्र गले में पहनने से हर पत्नी अपने साथ साथ अपने पति की भी मंगल कामना करती है तथा अपने वैवाहित जीवन को सफल बनाए रखने में सफल होती है। आमतौर पर मंगलसूत्र काले तथा पीले रंग के मोतियों का ही बना होता है, मगर इसके इलावा बहुत सी महिलाएं लाल मोतियों वाला मंगलसूत्र (Managlsutr with red beads) पहनना भी पसंद करती हैं। इस तरह का मंगलसूत्र उनके जीवन से मंगल ग्रह के दोषों को दूर करता है तथा जीवन में सुख तथा स्म्रिधि लाता है।
मंगलसूत्र कब खरीदना चाहिए? (When to buy Managlsutr?)
ज्योतिष की दृष्टि के अनुसार गुरूवार तथा शुक्रवार के दिन मंगलसूत्र खरीदने के लिए सबसे शुभ होते हैं। इसके साथ ही अगर आप अपने लिए नया मंगलसूत्र खरीदने वाली हैं तो महीने महीने की 24 तारीख सबसे शुभ है क्यूंकि हर महीने की 24 तारीख कोई भी शुभ कार्य करने के लिए शुभ मणि जाती है। इसके इलावा आप 3, 6, 13, 15 या 21 तारीख को भी इस शुभ सूत्र को खरीद सकती हैं।
क्या हम शादी के बाद मंगलसूत्र निकाल सकते हैं? (Can we remove Mangalsutr after marriage?)
जिस दिन सुहागन अपने गले में मंगलसूत्र को पहन लेती है उसी दिन से वो अपने पति की मंगल कामना की धारणा भी अपने मन में कर लेती है। इसलिए उसे इस सूत्र को जब तक नहीं उतारना चाहिए जब तक उसका पति इस दुनिया में है या उसके साथ उसका रिश्ता कामयाब है। अगर किसी कारणवश आपको इस सूत्र को उतारना पड़े तो आप अपने गले में एक काला धागा जरुर बांध लें।
क्या विवाह के लिए मंगलसूत्र जरूरी है? (Does it necessary to wear Mangalsutr on marriage?)
हिंदु धर्म के अनुसार विवाह में मंगलसूत्र का बहुत महत्व है। विवाह के दिन के शुभ तथा जरूरी 5 गहनों में से मंगलसूत्र एक जरूरी गहना है। कोई सुहागन किसी और गहने को बेशक पहनना भूल जाए मगर मंगलसूत्र पहने बिना वो अपने घर से नहीं निकलती है। इसको अपने साथ रखने का मतलब है कि उसका पति स्वस्थ्य है तथा हमेशा उसके साथ है।
क्या मंगलसूत्र में काले मोती होने चाहिए? (Do Mangalsutr must have black beads?)
मंगलसूत्र में काले मोती का होना बहुत ही जरूरी है, काले मोती शिवजी की निशानी हैं जो सुहागन के पति को ही नहीं बल्कि हर शादीशुदा औरत को भी लोगों की नज़रों से बचाए रखते हैं।
मंगलसूत्र टूटने से क्या होगा? (What will happen if Mangalsutr breaks down?)
मंगलसूत्र सुहाग कि निशानी है। ऐसा माना जाता है कि जब तक मंगलसूत्र सलामत सुहागन के गले में है तब तक उसके पति पर कोई आंच नहीं आ सकती। इसलिए इसे हमेशा संभाल कर रखना चाहिए। अगर मंगलसूत्र टूट जाए तो पति पर संकट आने के डर रहता है।
सपने में मंगलसूत्र देखने का क्या मतलब होता है? (What is the meaning of seeing Mangalsutr in dreams?)
यदि आपको सपने में मंगलसूत्र दिखाई देता है तो ये एक बहुत ही शुभ संकेत है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा सपना ये दर्शाता है कि आपका पति आपसे तथा आप अपने पति से बहुत प्रेम करती हैं। आप जब ये सपना देखें तो खुश रहें क्यूंकि आपका वैवाहित जीवन खुशियों से भरने वाला है।